डायलिसिस के लिए भटक रहे मरीज, कुरुक्षेत्र में सुविधा नहीं, अंबाला में हो रहा इलाज
कुरुक्षेत्र में डालिसिस की सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को अंबाला सिविल अस्पताल इलाज के लिए जाना पड़ रहा है। ऐसे मरीजों का डायलिसिस अंबाला छावनी में पीपीपी मोड पर बीसी डीसी क्रीमी केयर एजेंसी जीवन दान देने का काम कर रही है।
अंबाला, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र में डायलिसिस की सुविधा नहीं होने से मरीजों को अंबाला का रुख करना पड़ रहा है। गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को चंडीगढ़ पीजीआई से लेकर मुलाना मेडिकल कालेज के डायलिसिस करने से हाथ खड़े करने के बाद अंबाला कैंट सिविल अस्पताल में इलाज हो रहा है। ऐसे मरीजों का डायलिसिस अंबाला छावनी में पीपीपी मोड पर बीसी डीसी क्रीमी केयर एजेंसी जीवन दान देने का काम कर रही है। इसमें बीपीएल श्रेणी में आने वाले राज्य के मरीजों का नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान कर रही है। अब अंबाला ही नहीं कुरुक्षेत्र से रेफर होकर आने मरीजों का इलाज करके स्वस्थ होने पर खुशहाल जीवन देने में जुटी है।
स्वास्थ्य सेवाओं की शिकायत नहीं पहुंची
पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के डायरेक्टर के निरीक्षण में नोडल अधिकारी से लेकर सीएमओ के नाम और नंबर शिकायत अथवा सुझाव के लिए डिस्प्ले करने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों के नंबर डिस्प्ले होने के बाद से अब तक सीएमओ और नोडल अधिकारी के पास यहां हो रहे इलाज और मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की शिकायत नहीं पहुंची है।
कुशल चिकित्सक कर रहे मरीजों की देखरेख
डीसी क्रीमी केयर एजेंसी और सरकार के बीच हुए करार के मुताबिक डायलिसिस के लिए आने वाले मरीजों की देखरेख से लेकर इलाज और चेकअप कुशल टीम करे। इसके लिए विशेषज्ञ डा. डीपी सिंह ओपीडी में पहुंचे मरीज की जांच के बाद डायलिसिस विंग में भर्ती कराकर इलाज शुरू कराते हैं।
बेहतर ढंग से किया जा रहा इलाज
कैंट डायलिसिस सेंटर के मैनेजर डीपी सिंह ने बताया कि डायलिसिस मरीजों का इलाज से लेकर देखरेख बहुत बेहतर ढंग से किया जा रहा है। यहां कोरोना काल में पाजिटिव 180 से अधिक मरीज ठीक होकर अपने अपने घर जा चुके हैं। हमारे यहां कुरुक्षेत्र के अलावा मुलाना मेडिकल कालेज से रेफर मरीजों का भी डायलिसिस किया जाता है।