आंदोलन के लिए जींद के किसानों की नई रणनीति, रात को फसल कटाई, दिन में धरना
कृषि कानूनों के विरोध में खटकड़ टोल पर चल रहे धरने पर संयुक्त किसान मोर्चा महिला सेल की जिला प्रधान सिक्किम सफा खेड़ी पहुंचीं। उन्होंने नई रणनीति का ऐलान किया। कहा कि दूसरे वैकल्पिक इंतजाम किए जाएंगे लेकिन धरने को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।
जींद, जेएनएन। गेहूं की फसल पकने लगी है, किसान फसल कटाई को लेकर व्यस्त होंगे और धरना समाप्त हो जाएगा, ऐसा भ्रम अगर सरकार को है तो वह निकाल दे, क्योंकि किसान रात को फसल कटाई और दिन में धरने को जारी रखेंगे। रणनीति के साथ राजनीति को हराया जाएगा। यह बड़ी बात संयुक्त किसान मोर्चा महिला सेल की जिला प्रधान सिक्किम सफा खेड़ी ने खटकड़ टोल पर चल रहे धरने को संबोधित करते हुए। सोमवार को धरने की अध्यक्षता उचाना खुर्द से अनिल बैनीवाल ने की। भाकियू जिला प्रधान आजाद पालवां ने कहा कि सरकार को यह भ्रम है कि गेहूं की फसल कटाई के दौरान धरने समाप्त होना शुरू हो जाएंगे लेकिन यह कतई नहीं होगा। धरने यूं ही पहले की तरह चलते रहेंगे। किसान रणनीति के तहत सरकार को झुकने पर मजबूर कर देंगे। रात को गेहूं की कटाइ कर दिन भर धरने पर किसान बैठेंगे। इसके अलावा और भी दूसरे वैकल्पिक इंतजाम किए जाएंगे लेकिन धरने को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।
100 साल पुराने इतिहास को दोहराएंगे किसानः सतबीर
खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर ने कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक धरना समाप्त नहीं होगा। 100 साल पहले नौ महीने तक आंदोलन चला था, अगर तीनों कृषि कानून रद नहीं किए गए तो यह आंदोलन भी 100 साल पुराने इतिहास को दोहराने का काम करेगा। इस मौके पर विजेंद्र संधू, राजेंद्र भावर, भरत सिंह, सज्जन सिंह, बसाऊ, प्रवीन श्योकंद, अमरलाल, चंद्रभान, सुभाष नगूरां, ऋषिराम, रोहताश, बारु राम, अमरजीत, महीपाल, ईश्वर, प्रदीप, ज्ञानी राम, कृष्णा, परमेश्वरी, कविता मौजूद रहे।
किसान नेता अभिमन्यु को किया सम्मानित
खटकड़ टोल प्लाजा पर चल रहे धरने पर सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता अभिमन्यु कुहाड़ पहुंचे। उचाना खुर्द ग्राम पंचायत ने अभिमन्यु को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। अभिमन्यु ने भी किसानों को संबोधित करते हुए उनमें जोश भरा और धरने को लगातार मजबूत बनाए रखने का आह्वान किया।