पानीपत में नई कंपनी को मिली बिजली बिल बांटने की जिम्मेदारी
कंपनी तीन साल से जिले में मीटर रीडिग लेकर बिल तैयार करने का काम कर रही थी। इस काम की जिम्मेदारी अब नई कंपनी इनवेटिव सॉफ्टवेयर साल्यूशन को सौंपी गई है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : उपभोक्ताओं के लिए गले की फांस बनी गलत बिलिग व रीडिग की परेशानी को देख उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने पानीपत में बीसीआइटीएस कंपनी से करार खत्म कर दिया है। कंपनी तीन साल से जिले में मीटर रीडिग लेकर बिल तैयार करने का काम कर रही थी। इस काम की जिम्मेदारी अब नई कंपनी इनवेटिव सॉफ्टवेयर साल्यूशन को सौंपी गई है।
गौरतलब है कि पहले बिजली निगम के कर्मचारी और फिर पूर्व सैनिकों से मीटर रीडिग का काम कराया जाता था। इसके बाद निगम ने जिले में मीटर की रीडिग लेने व बिल तैयार करके बांटने का काम बीसीआइटीएस कंपनी को दे दिया। तभी से बिजली उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़नी शुरू हो गई। हर रोज बिजली कार्यालय में लोगों की बिल ठीक कराने के लिए लाइन लगी रहती है। इससे उपभोक्ताओं के साथ निगम के अधिकारी और कर्मचारी भी परेशान थे। बिल ठीक कराने आने वाले लोग कई बार व्यवस्था में सुधार की मांग कर चुके थे। इस समस्या के समाधान के लिए निगम अधिकारियों ने कंपनी से करार खत्म करने का फैसला लिया। अब नई कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह नए साल से काम शुरू करेगी। पुरानी बीसीआइटीएस कंपनी प्रति बिल उपभोक्ताओं से 7.26 रुपये वसूलती थी।
विभागीय अधिकारी का कहना है कि बिलिग और रीडिग संबंधित समस्या काफी समय से चली आ रही थी। इससे उपभोक्ता, अधिकारी व कर्मचारी सभी परेशान रहते थे। जिसे ध्यान में रखते हुए पुरानी कंपनी के करार को आगे नहीं बढ़ाया गया। ये काम नई कंपनी इनवेटिव सॉफ्टवेयर साल्यूशन को सौंपा गया है।