Neeraj Chopra: जब मां-पिता को फ्लाइट से ले गए नीरज, इंटरनेट मीडिया पर छा गए, देश ने लिखा, आप हमारे हीरो
देश को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जिताने वाले नीरज चोपड़ा के ट्वीट ने दिल जीता। नीरज ने फोटो ट्वीट किया है उसमें उनके माता पिता फ्लाइट में बैठ रहे हैं। प्रशंसकों ने कहा एक दिन यह फ्लाइट भी आपकी ही होगी।
पानीपत, जागरण संवाददाता। नीरज चोपड़ा। भाला फेंककर देश को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीताने वाले नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर से देश का दिल जीत लिया है। नीरज ने मां संतोष और पिता सतीश चोपड़ा को प्लेन में घुमाया। मां और पिता के साथ फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ जब अपने मां- पापा को पहली बार फ्लाइट पर बैठा पाया। सभी की दुआ और आशीर्वाद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा। नीरज के इस ट्वीट के बाद से उनके प्रशंसकों ने तारीफ की बाढ़ कर दी। ट्वीटर पर फोटो को पसंद करते हुए एक से बढ़कर एक टिप्पणी लिखी। किसी ने कहा कि आप श्रवण कुमार हो, किसी ने लिखा कि आप हमारे हीरो हो।
पढ़िए, ट्वीट पर किसने क्या खास कहा
इमरान - भाई, इस एहसास को मैंने जिया है। आप जैसे बेटे पर पर तो दुनिया के हर मां-बाप को गर्व रहेगा।
वायस आफ ट्रूथ - बहुत लोगों के लिए यह बात छोटी हो सकती है। एक मिडिल क्लास फैमिली के लिए यह एक सपने से कम नहीं होती। जब कोई बच्चा अपने माता-पिता को पहली बार फ्लाइट में बैठाता है तो सच में उसके लिए बहुत ही गर्व और खुशी की बात होती है।
अनीता - भगवान ऐसा बेटा सभी को दे। माता-पिता की अच्छी देखभाल कर सके और उनकी हर इच्छा पूरी हो।
उन्नति शर्मा : कितने सारे कस्बाई, ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों के युवाओं के सपनों के प्रतीक बन चुके हो नीरज चोपड़ा। मेरा भी ऐसा ही एक छोटा सा सपना है। ऐसे न जाने कितने छोटे बड़े सपने दिलों में लिए हम सब मेहनत करते हैं। जब भी किसी का ऐसा सपना पूरा होता है तो बहुत खुशी होती है।
अभय कुमार सिंह - यह खुशी समझ पाना सबके बस की बात नहीं। नीरज चोपड़ा आप हीरो हैं।
इमरान मलिक : यह आपकी खुद की कमाई हुई मेहनत है, जो अब अब रंग लाई है। पूरा देश आपके पसीने के एक एक कतरे का एहसानमंद है।
अख्तर - माता-पिता की सेवा करना हर इंसान को नसीब नहीं होता।
विवेकानंद - भाई नीरज जी चिंता मत करें, कुछ सालों में फ्लाइट ही आपकी होगी। क्योंकि आपने देश का नाम रोशन किया है। हमारी दुआएं हैं कि आप ऐसे ही चमकते रहें। देश से प्रेम करते हुए अनेकों सोना जीतते रहें।
संजय : हर बेटे को चाहिए कि वो अपने मां-पिता के छोटे-छोटे सपने को पूरा करे। मां-पिता इसी में खुश हो जाते हैं।
शरद जोशी - भाई बस याद रखना। मोदीजी ने बोला था कि हार को अपने दिल पे मत लेना, जीत को अपने दिमाग पे मत लेना।