12 करोड़ लेकर फरार नटवरलाल, पांच सौ से लेकर 25 हजार तक कमेटियों के बनाए थे ग्रुप
अंबाला में 12 करोड़ लेकर नटवरलाल फरार हो गया है। छह साल तक किया कमेटियों का कारोबार पांच सौ रुपये से लेकर 25 हजार रुपये की कमेटियों के बनाए थे ग्रुप। मामला दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहा है आरोपित।
अंबाला, जेएनएन। लोगों के खून पसीने की कमाई के बारह करोड़ लेकर फरार हुए नटवरलाल का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। करीब दो माह होने को हैं, लेकिन पुलिस के हाथ शातिर तक नहीं पहुंच पाए हैं। दूसरी ओर इस ठगी का शिकार हुए पीडि़तों को भी अब नाउम्मीदी जकडऩे लगी है।
यह खेल इस तरह से खेला गया कि शातिर ने लोगों को कच्ची रसीदें थमा दी, जबकि लोगों का विश्वास जीतकर उसने करोड़ों रुपये ऐंठ लिए और फरार हो गए। इस मामले में पुलिस भी एक कदम आगे नहीं बढ़ पाई है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में आरोपित की लोकेशन भी पता नहीं है। इस संबंध में महेश नगर थान पुलिस ने सतीश कुमार की शिकायत पर अश्वनी थलेजा, पुष्पा रानी, सारिका थलेजा व ङ्क्षप्रस धीमान के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
यह है मामला
आरोपित अश्वनी तलेजा ने साल 2013 में कमेटियों का काम शुरू किया था। इसके लिए उसने 500 रुपये से कमेटियां शुरू की थीं, जबकि इसे प्रतिमाह 25 हजार रुपये तक के ग्रुप बना डाले। जिसकी कमेटी निकल जाती थी, उसको रुपये दे दिए जाते थे। ऐसे कमेटियों के सदस्यों की तादाद बढ़कर करीब एक हजार तक हो गई। प्रतिमाह लाखों रुपयों की कमेटी निकलती थी, जो नटवरलाल देता था। इसके बाद लोगों को निकली कमेटी खुद रखकर अधिक ब्याज देने का लालच देकर रुपये खुद ही रख लेता था। विश्वास के लिए लोगो को चैक थमा देता था। खास है कि यह चैक भी परिवार के सदस्यों के नाम अलग-अलग जारी करता। लोगों को कुछ समय तक ब्याज मिला, लेकिन बाद में आरोपित अंडरग्राउंड हो गया। पीडि़तों की मानें, तो करीब बारह करोड़ रुपये लोगों के लेकर अश्वनी तलेजा फरार हो गया। उल्लेखनीय है कि मामला दर्ज होने से पहले छह माह तक इसकी जांच भी चली थी।
अभी तक आरोपित का कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस इसमें जांच कर रही है। पुलिस आरोपित को गिरफ्तार कर रिकवरी करेगी। पुलिस अपने प्रयास कर रही है।
- बलकार सैनी, जांच अधिकारी, महेश नगर थाना