ढाई करोड़ से होगा नारायणा-बीबीएमबी 33 केवी लाइन का जीर्णोद्धार
पानीपत बीबीएमबी से नारायणा गांव की 33 केवी लाइन का बिजली निगम द्वारा जीर्णोद्धार किया जाएगा। इस पर ढाई करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है। ठेकेदार को एक माह में काम पूरा करना होगा। धान के सीजन से पहले लाइन तैयार हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, समालखा : पानीपत बीबीएमबी से नारायणा गांव की 33 केवी लाइन का बिजली निगम द्वारा जीर्णोद्धार किया जाएगा। इस पर ढाई करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है। ठेकेदार को एक माह में काम पूरा करना होगा। धान के सीजन से पहले लाइन तैयार हो जाएगी। किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
बीबीएमबी से नारायणा 33 केवीए लाइन करीब तीन दशक पुरानी है। लाइन की लंबाई 12 किलोमीटर के करीब है। पुरानी होने से इसके कंडक्टर व अन्य सामान जर्जर हो चुके हैं। फसल सीजन में तेज हवा चलने या आंधी आने पर लाइन हमेशा ब्रेकडाउन हो जाती है। उपभोक्ताओं को परेशानी होती है। लाइन के खेतों से गुजरने के कारण निगम कर्मियों को मरम्मत और पेट्रोलिग में काफी मशक्कत करनी पड़ती है, जिससे निगम ने इसके जीर्णोद्धार का फैसला लिया है। सैंचुरी कंपनी के पास इसका टेंडर है। चार गांवों को लोगों को होगा लाभ
33 केवी लाइन के जीर्णोद्धार से नारायणा, नामुंडा, ढोडपुर और ग्वालड़ा की आबादी सहित कृषि फीडरों से जुड़े उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलेगा। नारायणा के सरपंच पति रविद्र सिंह और पूर्व सरपंच बिजेंद्र सिंह कहते हैं कि उनकी 33 केवी लाइन जर्जर हो गई है। खंभे और तारों के टूटने से उपभोक्ता परेशान होते हैं। फसल सीजन में ब्रेकडाउन से किसानों को नुकसान होता है। जीर्णोद्धार होने से सभी को इसका फायदा मिलेगा। पावर हाउस की क्षमता बढ़ेगी
एक्सईएन सतपाल सिंह ने बताया कि लाइन के पुराने होने से इसका जीर्णोद्धार करवाया जा रहा है। तार, खंभे, डिस्क, इन्सुलेटर आदि की मरम्मत और बदले जाने से लाइन को मजबूती मिलेगी। ब्रेकडाउन की समस्या दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पावर हाउस में 10-10 एमवीए के दो ट्रांसफार्मर पहले से लगे हैं, जबकि तीसरा लगने वाला है। इससे पावर हाउस की क्षमता भी बढ़ जाएगी।