साउथ एशियन गेम्स में जीता स्वर्ण, गांव पहुंचने पर स्वागत
साउथ एशियन गेम्स खो खो में स्वर्ण पदक विजेता टीम की सदस्य मनान वासी खिलाड़ी मुकेश कुमारी का मंगलवार को गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। ग्रामीण उसे विजयी जुलूस के साथ पुराना बस अड्डा से कार्यक्रम स्थल तक लेकर गए।
जागरण संवाददाता, समालखा : साउथ एशियन गेम्स खो खो में स्वर्ण पदक विजेता टीम की सदस्य मनान वासी खिलाड़ी मुकेश कुमारी का मंगलवार को गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। ग्रामीण उसे विजयी जुलूस के साथ पुराना बस अड्डा से कार्यक्रम स्थल तक लेकर गए। जहां स्वजनों के साथ ग्रामीणों ने उसे फूलमाला पहना मिठाई खिला जीत की बधाई दी। इस दौरान टीम इंडिया की कोच डॉ. मुन्नी जोल व रविद्र सैनी भी मौजूद रहे।
रविद्र सैनी ने बताया कि नेपाल के काठमांडू में 13वें साउथ एशियन गेम्स में टीम इंडिया ने खो खो में स्वर्ण पदक जीता। टीम में प्रदेश से अकेली मुकेश कुमारी शामिल थी। उसने फाइनल मुकाबले में टीम को जिताने में शानदार भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि ये उसकी मेहनत का परिणाम है। इससे पहले भी वो 2016 में आयोजित साउथ एशियन गेम्स में टीम इंडिया का हिस्सा रही थी और टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। इस मौके पर सरपंच सुनीता, सरपंच पति संदीप, जेजेपी नेता देवेन्द्र कादियान, मुकेश राठी, मा. रामसरूप राठी, प्रिसिपल सरिता, एमएस त्यागी, सुभाष रूहल, महेन्द्र पीटीआई, देवी सिंह मौजूद रहे।
ओलंपिक में पदक जीतना मेरा सपना --
खिलाड़ी मुकेश कुमारी का कहना है कि मेहनत व लगन से ये सफलता हासिल की है। इसमें उनके कोच व अभिभावकों का मार्गदर्शन भी अहम रहा है।
उन्हें मेरे से काफी उम्मीद है, मैं उनकी उम्मीदों को कम नहीं होने दूंगी। मुकेश ने कहा कि ओलंपिक में देश के लिए खेलकर पदक जीतना उसका सपना है। वहीं कोच डॉ. मुन्नी जोल ने कहा कि मुकेश के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है। टीम इंडिया में चयन के बाद उसे और अधिक मेहनत करनी होगी। पहले खो-खो में साउथ इंडिया के खिलाडि़यों का दबदबा रहता था। अब धीरे-धीरे स्थिति बदल रही है। हरियाणा के खिलाड़ी भी इसमें शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।