सोशल मीडिया से लेकर पब्लिक तक सांसद की वाहवाही, जानिए ऐसा क्या कहा Panipat News
करनाल के सांसद ने लोकसभा में पानीपत की समस्या को जिस तरह से उठाया उससे हर तरफ तारीफ हो रही है।
पानीपत, जेएनएन। भाजपा संगठन के प्रदेश महामंत्री पद से सांसद बने संजय भाटिया ने शीतकालीन सत्र में दो साल से अधूरे पड़े नेशनल हाइवे 44 ए (जीटी रोड) और टोल के मुद्दे को जिस गंभीरता से उठाया है, सोशल मीडिया पर इसे खूब सराहा जा रहा है। संसद में पानीपत के लोगों की आवाज बुलंद करते हुए कहा कि देश में यह एक मात्र ऐसा शहर है जहां 16 किलोमीटर के दायरे में दो बार टोल देना पड़ता है।
जीटी रोड पर बने फ्लाइओवर का उपयोग किए बिना ही पानीपत के लोग टोल देते हैं। यमुना की मैली आंचल को स्वच्छ बनाने और आठ वर्षों से लंबित पानीपत मेरठ लाइन पर कार्य शुरू कराने के लिए भी लोकसभा में प्रश्न लगाया। समय नहीं मिल पाने के कारण इन मुद्दों को अब अगले सत्र में उठाएंगे। दैनिक जागरण के ब्यूरो प्रभारी अरविन्द झा ने रविवार को सांसद का साक्षात्कार लिया। करनाल संसदीय क्षेत्र से जुड़े कुछ गंभीर मुद्दों पर बातचीत की। दैनिक जागरण के पाठकों के लिए प्रस्तुत है बातचीत के मुख्य अंश:-
परिचय :
नाम : संजय भाटिया
जन्म तिथि : 21 जनवरी 1967
शिक्षा : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय
सांसद : करनाल लोकसभा
प्रश्न : शीतकालीन संसदीय सत्र में टोल प्लाजा और नेशनल हाइवे 44 ए का मुद्दा आपने संसद में उठाया। इन दोनों गंभीर मुद्दों का कब तक समाधान होने की उम्मीद है?
उत्तर : लोकसभा में प्रश्न के माध्यम से अपना पक्ष रखा। उनका पक्ष आना बाकी है। इस बारे में निरंतर प्रयासरत हूं। अपने पक्ष की पैरवी आगे भी मजबूत तरीके से करूंगा।
प्रश्न : एक फरवरी को पेश होने वाले बजट में आठ साल से अटके पानीपत मेरठ रेल लाइन प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
उत्तर : संसदीय सत्र के दौरान मैंने ये भी प्रश्न लगाया था। संयोगवश मुझे बोलने का समय नहीं मिल पाया। अगले सत्र में 100 फीसद इस मामले को प्रमुखता से उठाएंगे। रेल मंत्री पीयूष गोयल और उनके वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दो बार इस प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा हो चुकी है। उत्तर प्रदेश के दो सांसद संजीव बालियान (मुजफ्फरनगर) और डॉ. सत्यपाल ङ्क्षसह (बागपत) का क्षेत्र है। रूट को लेकर कुछ निर्णय होना बाकी है। सर्वे के दौरान जिस रूट को चिह्नित किया गया उसमें कुछ बदलाव का सुझाव है। केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया है कि दोनों सांसद के साथ बैठक कर इसे जल्द अंतिम रूप दें।
प्रश्न : जीटी रोड एलिवेटेड हाइवे पर दो कट खुलने की चर्चा है, इस बारे में क्या प्रगति है?
उत्तर : नेशनल हाइवे के अधिकारी, एलएंडटी के प्रतिनिधि और डीसी पानीपत से इस बारे में मेरी प्रथम दौर की बात हो चुकी है। मेयर अवनीत कौर और विधायक प्रमोद विज भी उस बैठक में शामिल रहे। एलएंडटी और एनएचएआइ को फिजिबिल्टी रिपोर्ट डीसी को भेजनी थी। कट खोलने को लेकर क्या अपडेट है इस बारे में मुझे जानकारी लेनी है।
प्रश्न : केंद्र सरकार की नमामि गंगे योजना में यमुना नदी के मैले आंचल को स्वच्छ करने के लिए क्या किया जा रहा है?
उत्तर : प्रश्नकाल सत्र में पूरक प्रश्न के रूप में यमुना और भूजल रिचार्ज को लेकर प्रश्न लगाया था। बोलने का समय नहीं मिला। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत से इस विषय पर चर्चा हुई है।
प्रश्न : केंद्र सरकार नई टेक्सटाइल पॉलिसी बन रही है। हैंडलूम हब पानीपत के लिए क्या संभावनाएं तलाश रहे हैं। आपने कोई सुझाव दिया है?
उत्तर : टेक्सटाइल मंत्री स्मृति ईरानी से पानीपत के उद्योगपतियों के साथ संवाद के लिए मैंने व्यक्तिगत आग्रह किया है। उन्होंने मौखिक सहमति दी है। पॉलिसी मैटर पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय मंत्री जल्द ही पानीपत आएंगी।
प्रश्न : प्रदूषण का मुद्दा पानीपत में गंभीर है। प्रभावित लोग और उद्योग मालिकों के बीच कैसे तालमेल बिठाएंगे?
उत्तर : प्रदूषण के लिए हम सभी को जागरूक होना पड़ेगा। इसकी आड़ में पीक एंड चूज के तहत कुछ उद्यमियों को पिछले दरवाजे से लाभ पहुंचाना गलत है। प्रदूषण के नाम पर उद्योगपतियों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
प्रश्न : करनाल में हवाई अड्डा बनाने की बात चल रही है, उसका क्या रहा?
उत्तर : इस हवाई अड्डे के बारे में फिलहाल मैंने कोई पहल नहीं की है।
प्रश्न : केंद्रीय उर्वरक मंत्री ने करनाल में फार्मास्यूटिकल पार्क बनाने की घोषणा की थी। क्या इसे आगे बढ़ाने के प्रयास हो रहे हैं ?
उत्तर : फार्मास्यूटिकल पार्क के बारे में जानकारी लेकर इसे आगे बढ़ाने का प्रयास करूंगा। फार्मा उद्योग से जुड़े उद्योगपतियों के साथ नए बिल से संबंधित मेरी चर्चा हुई थी। कुछ गंभीर विषय हैं। उनकी मीटिंग मंत्रालय में कराने का प्रयास रहेगा।
प्रश्न : छह माह के आपके कार्यकाल में करनाल संसदीय क्षेत्र में आपकी क्या उपलब्धि रही है?
उत्तर : लोगों के बीच सुगमता से उपलब्ध रहना। उनसे बातचीत के दौरान समस्याओं को मौके पर सुलझाने का प्रयास करना मेरी प्राथमिकता है। दिशा की दो बैठकें एक करनाल और दूसरा पानपीत में कर चूका हूं। करनाल संसदीय क्षेत्र के जनता के लिए मैं 24 घंटे उपलब्ध हूं।