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Weather Today 18 August 2021: हरियाणा में जल्‍द बदलेगा मानसून का मिजाज, जानिए मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान, भारी बारिश के संकेत

Weather Today 18 August 2021 हरियाणा में अगस्‍त में अब तक कम बारिश हुई है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो जल्‍द ही मौसम का मिजाज बदल सकता है। अगस्‍त के बाकी दिनों में कोटा भी पूरा होगा। वहीं कुछ इलाकों में तेज तो कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 18 Aug 2021 08:52 AM (IST)Updated: Wed, 18 Aug 2021 08:52 AM (IST)
Weather Today 18 August 2021: हरियाणा में जल्‍द बदलेगा मानसून का मिजाज, जानिए मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान, भारी बारिश के संकेत
जानिए हरियाणा में मानसून के बारे में मौसम विज्ञानियों ने क्‍या कहा।

करनाल, जागरण संवाददाता। मानसून की अच्छी बरसात के लिए अगस्त माह माना जाता है, लेकिन अब तक उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन देखने को नहीं मिला है। इस माह में बरसात की कमी देखने को मिली है। लेकिन यह सूखा 19 अगस्त से खत्म हो सकता है।

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मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि 19 से 21 अगस्त तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तेज बरसात तो कहीं पर बूंदाबांदी भी हो सकती है। जुलाई और अगस्त मुख्य मानसून महीने हैं जो मौसमी बरसात का 62 प्रतिशत योगदान करते हैं। जुलाई माह में अमूमन 285.3 मिमी औसम बरसात तथा अगस्त में 258.3 मिमी बरसात औसत मानी जाती है। 880.6 मिमी बरसात के साथ मानसून के मौसम की लंबी अवधि का औसत (एलपीए) जुलाई और अगस्त के दौरान इसके प्रदर्शन पर भारी पड़ता है।

शुरूआती महीने जून ने अच्छी शुरुआत दी थी। 10 प्रतिशत की अधिकता के साथ समाप्त हुआ था। हालांकि, जुलाई के पहले 10 दिनों के दौरान लंबे ब्रेक के कारण इन शुरुआती समय में दिक्कतें आई। अगले दो सप्ताह के दौरान रिकवरी के बावजूद, महीना सात प्रतिशत की कमी के साथ बीत गया। सीजन की पहली छमाही 452 मिमी के औसत के मुकाबले 449 मिमी बरसात दर्ज करके समाप्त हुई है।

इस सप्ताह हैं मामूली सुधार के संकेत

मौसम विभाग की मानें तो इस सप्ताह के दौरान बरसात में मामूली सुधार के संकेत हैं। एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और दक्षिण ओडिशा के आसपास के तटीय भागों और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। यह मौसम प्रणाली ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को कवर करते हुए मध्य भागों में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगी।

इस निम्न दबाव की परिधीय पहुंच पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा में मौसम की स्थिति को प्रभावित करेगी। पूर्वोत्तर क्षेत्र भी भारी बारिश और गरज के साथ प्रभावित होगा। मौसम की पूरी गतिविधि पूर्व से पश्चिम की ओर चलती रहेगी और लगभग एक सप्ताह तक चलेगी। यह बारिश महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में ठीक होने की उम्मीद का आश्वासन दे रही है।


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