निगम चीफ इंजीनियर की पदोन्नति की शिकायत, निकाय मंत्री ने दिए कार्रवाई के आदेश
आरटीआइ कार्यकर्ता पीपी कपूर ने पदोन्नति में बड़े फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए चीफ इंजीनियर को कार्यकारी अभियंता के पद पर रिवर्ट करने की मांग की थी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निकाय मंत्री अनिल विज ने नगर निगम के चीफ इंजीनियर महीपाल सिंह की पदोन्नति के खिलाफ शिकायत का संज्ञान लेते हुए शहरी निकाय विभाग के चीफ सेक्रेटरी को तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए हैं। आरटीआइ कार्यकर्ता पीपी कपूर ने पदोन्नति में बड़े फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए चीफ इंजीनियर को कार्यकारी अभियंता के पद पर रिवर्ट करने की मांग की थी। कपूर ने इस फर्जीवाड़े के विरुद्ध हाई कोर्ट जाने की चेतावनी दी है ।
पीपी कपूर ने मंत्री अनिल विज को भेजी शिकायत में बताया कि नगर सुधार मंडल में जेई के पद पर सेवारत व महीपाल सिंह ऑन डेपुटेशन नगर निगम में लगे थे। नियमानुसार नगर सुधार मंडल में पदोन्नति उपरांत कार्यकारी अभियंता का पद तक ही पा सकते हैं। नगर सुधार मंडल भंग होने के बाद इसके स्टाफ का आज तक नगर निगम में समायोजन नहीं हुआ। रिकार्ड के मुताबिक महीपाल सिंह अभी भी नगर सुधार मंडल के कर्मचारी हैं।
उन्होंने बताया कि नियमानुसार नगर सुधार मंडल के कर्मचारी को नगर निगम पदोन्नति दे नहीं सकता। राजनीतिक जुगाड़ के चलते वर्ष 2017 में महीपाल सिंह को कार्यकारी अभियंता के पद से पदोन्नति देकर अधीक्षण अभियंता (एसई) और फिर वर्ष 2020 में एस ई के पद से चीफ इंजीनियर के पद पर बैठा दिया। नियम विरुद्ध इस पदोन्नति के खेल में भारी फर्जीवाड़ा हुआ है। इतना ही नहीं पानीपत नगर निगम में चीफ इंजीनियर की पोस्ट ही नहीं थी।
कपूर ने कहा कि महीपाल सिंह को तत्काल चीफ इंजीनियर के पद से हटाकर कार्यकारी अभियंता के पद पर रिवर्ट किया जाए। इस अवैध पदोन्नति से सरकार को हो रही राजस्व हानि की वसूली की जाए।
पार्षदों ने भी की थी चीफ इंजीनियर तबादले की मांग
एक दिन पहले ही नगर निगम के पार्षदों ने चीफ इंजीनियर की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध होकर शहरी विधायक प्रमोद विज से उनके तबादले की मांग की थी। पार्षद संजीव दहिया, लोकेश नांगरू, अश्वनी ढींगड़ा, शिव कुमार का कहना है कि चीफ इंजीनियर वार्डो के विकास कार्यो के लिए चक्कर लगवाता है। छोटे-छोटे कामों में आपत्ति लगाता रहता है, जिससे वार्डो के कार्य नहीं होते।