मिनी बैंक कुराड पैक्स खाद घोटाला : छुट्टी के दिन खुला था बैंक, ग्रामीण पहुंचे भाग खड़ा हुआ कर्मचारी
करीब चार माह पूर्व किसानों द्वारा खाद घोटाले की शिकायत के बाद तत्कालीन एसडीएम विवेक चौधरी के निर्देश पर सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समिति कैथल ने जांच टीम बनाई थी। निलंबित सेल्समैन विरेंद्र कुमार ने आरोप लगाया था कि घोटाले में अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हैं।
पानीपत/कैथल, जेएनएन। कलायत स्थित मिनी बैंक कुराड पैक्स खाद घोटाले में कई बड़े अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरती नजर आ रही है। रविवार को अवकाश के दिन अधिकारियों द्वारा गुपचुप ढंग से खोले के बैंक पर बवाल खड़ा हो गया है। घोटाले की परतें खोलने में लगे ग्रामीणों ने अधिकारियों-कर्मचारियों पर रिकार्ड में छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं।
ग्रामीणों को अनाज मंडी कलायत स्थित मिनी बैंक कुराड पैक्स ऑफिस को खोलकर कुछ कर्मचारियों द्वारा रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ की आशंका थी। इसके मद्देनजर ग्रामीण जब बैंक के बाहर पहुंचे तो अंदर कुछ अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। जब उनसे रविवार को कार्यालय खोलने के बारे में पूछा गया तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इनका तर्क था कि वे किसी का कारणवश यहां आए हैं। साथ ही कार्यालय को खुला छोड़ भाग खड़े हुए। निलंबित सेल्समैन विरेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि घोटाले में अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हैं। इन लोगों ने जिस प्रकार खुद को बचाने के लिए सेल्समैन पर गाज गिरवाई वह गहन जांच का विषय है। इस प्रकार की गड़बड़ी को छिपाने के लिए रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ करने के प्रयास में घोटाले में शामिल अधिकारी-कर्मचारी लगे हैं। जब बैंक घोटाले की उच्च अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है तो कुराड पैक्स मिनी बैंक का पूरा रिकॉर्ड सैफ रखा जाना चाहिए। ताकि रिकॉर्ड के साथ कोई छेड़छाड़ न कर सके।
प्रबंधक बोले रविवार को बैंक खोलने के नहीं थे आदेश
मिनी बैंक कुराड पैक्स प्रबंधक प्रबंधक विकास नैन ने बताया कि बैंक खोलने के कोई विभागीय आदेश नहीं थे। अगर किसी कर्मचारी द्वारा रविवार को बैंक खोला गया है या रिकॉर्ड से छेड़छाड़ की है तो उसकी जांच कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। मिनी बैंक का चार माह का रिकॉर्ड पूरा नहीं है। रिकॉर्ड पूरा करवाने करने के लिए उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया गया है।
गठित कमेटी की जांच में कैशियर और प्रबंधक सहित चार कर्मी ठहराए जा चुके हैं दोषी
करीब चार माह पूर्व किसानों द्वारा खाद घोटाले की शिकायत के बाद तत्कालीन एसडीएम विवेक चौधरी के निर्देश पर सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समिति कैथल द्वारा जांच टीम बनाई गई थी। इसमें संजीव कुमार निरीक्षक सहकारी समिति, दिनेश कुमार उप निरीक्षक सहकारी समिति कलायत, प्रेम कुमार उप निरीक्षक सहकारी समिति कैथल व सुभाष चंद्र शाखा प्रबंधक को ऑपरेटिव बैंक कलायत को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। जांच टीम द्वारा दी कुराड़ प्राइमरी एग्रीकल्चर को-ऑपरेटिव सोसाइटी के दो कर्मचारी विक्रेता, कैशियर व दी कैथल सहकारी बैंक लिमिटेड के पैक्स प्रबंधक व शाखा प्रबंधक को दोषी ठहराया गया था। जिसकी रिपोर्ट सहायक रजिस्ट्रार जितेंद्र कौशिक द्वारा 26 अगस्त को एसडीम कलायत को दी गई थी।