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हरियाणा के स्‍कूलों की क्‍लास में बदला जाएगा पढ़ाई का तरीका, डिजिटल दौर में मास्‍टर साहब भी होंगे स्‍मार्ट

हरियाणा के स्कूलों की क्‍लास में अब गुरुजी भी स्‍मार्ट होंगे। डिजिटल के दौर में अब गुरुजी को चाक और डस्‍टर से मुक्ति मिलेगी। अब डिजिटल बोर्ड पर बच्‍चों की पढ़ाई कराएंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने पहल भी शुरू कर दी है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 11:36 AM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 11:36 AM (IST)
हरियाणा के स्‍कूलों की क्‍लास में बदला जाएगा पढ़ाई का तरीका, डिजिटल दौर में मास्‍टर साहब भी होंगे स्‍मार्ट
हरियाणा के स्‍कूलों में डिजिटल बोर्ड की सुविधा।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। राजकीय स्कूलाें में मूलभूत सुविधाओं काे बेहतर करने के साथ-साथ अब विद्यार्थियाें काे 21वीं सदी के डिजिटल दौर में स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से राजकीय स्कूलों में पढ़ाने का तरीका बदलने जा रहा है। राजकीय स्कूलों के विद्यार्थी भी स्मार्ट कक्षाओं में पढ़ेंगे। सभी राजकीय प्राइमरी, माध्यमिक, उच्च व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में आने वाले दिनों में स्मार्ट डिजिटल बोर्ड लगाए जाएंगे। जिसमें से पहले चरण में जिले के 47 राजकीय माडल संस्कृति माध्यमिक स्कूलों में बोर्ड लगाए जा रहे हैं। कक्षा में डिजिटल बोर्ड को देख कर छोटे-छोटे बच्चे न केवल हैरान हैं बल्कि रोमांचित भी हैं। क्योंकि कुछ दिन में ही ब्लैक बोर्ड का स्वरूप जो बदल गया है। वहीं गुरु जी को भी ब्लैक बोर्ड पर लिखने के लिए डस्टर व चाक से मुक्ति मिल गई है।

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आनलाइन भी जुड़ सकेंगे विद्यार्थी

समग्र शिक्षा विभाग ने जिले के 47 राजकीय स्कूलों में डिजिटल बोर्ड भेजे हैं। डिजिटल बाेर्ड पर टच स्क्रीन के जरिये अध्यापकगण विद्यार्थियाें काे रचनात्मक व राेचक तरीके से पढाएंगे। डिजिटल बोर्ड के लिए अध्यापकों को एक पेन ड्राइव मिलेगी जिसमें विद्यार्थियों का कक्षा अनुसार पाठयक्रम हाेगा। अब अध्यापक विज्ञान व गणित के जटिल प्रश्नों को आसानी से वीडियो के माध्यम से समझा सकेगें।

अध्यापक रचनात्मक तरीके से वीडियो लेक्चर भी तैयार कर विद्यार्थियाें का ज्ञान वर्धन कर सकेंगे। डिजिटल बोर्ड अध्यापक व विद्यार्थियों के लिए काफी फायदेमंद होगा। क्याेकि डिजिटल बोर्ड के इंटरनेट से जुड़े हाेने के कारण शिक्षा साम्रगी व लेक्चर संबधित जानकारी आनलाइन भी उपलब्ध रहेगी तो वहीं स्मार्ट तरीके से पढ़ाई होने से विद्यार्थियों की पढ़ने में रूचि बनेगी। बोर्ड के साथ एक वेबकैम भी है ताकि जरूरत पड़ने पर विद्यार्थी आनलाइन भी जुड़ सकें।

अध्यापक बोले काफी फायदा हुआ है

राजकीय माडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल माडल टाउन के इंचार्ज राजेश कोतरा का कहना है कि जब से स्कूल में डिजिटल बोर्ड आया है तब से पढ़ाई का तरीका ही बदल गया है। इस पर लिखने के लिए चाक की जरूरत नहीं है। बोर्ड पर अंगूली या फिर साथ आए पेन से भी लिखा जा सकता है। जो बच्चे पहले बोर्ड की तरफ देखने से भी कतराते थे वह अब बोर्ड पर नजरें गड़ाए बैठे रहते हैं। इसका न केवल विद्यार्थियों को बल्कि अध्यापकों को भी फायदा है।

स्मार्ट बोर्ड से बच्चों की पढ़ाई में बढ़ेगी रूचि: सुमन बहमनी

सर्व शिक्षा अभियान की जिला परियोजना समन्वयक सुमन बहमनी ने बताया कि राजकीय स्कूलों में फिलहाल 47 डिजिटल बोर्ड समग्र शिक्षा विभाग की ओर से भेजे गए हैं। विद्यार्थी अब स्मार्ट कक्षाओं में पढ़ेंगे। इससे छात्रों की पढ़ाई में रूचि बढ़ेगी। वहीं, अध्यापकों को भी पढ़ाने में आसान होगी। आने वाले समय में धीरे-धीरे सभी स्कूलों में डिजिटल बोर्ड लगाए जाएंगे।


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