जीएसटी फर्जीवाड़े में मास्टरमाइंड गोविद और संदीप रिमांड पर
डीएसपी क्राइम ब्रांच अमित दहिया ने बताया कि दोनों आरोपितों ने 800 करोड़ रुपये के फर्जी बिल काटकर सरकार से 45 करोड़ रुपये का क्रेडिट इनपुट लिया था। गोविद पर 21 और संदीप पर 18 मामले दर्ज हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेल्स टैक्स विभाग में जीएसटी फर्जीवाडे़ की जांच कर रही मधुबन क्राइम ब्रांच ने वीरवार को सिवाह स्थित जिला जेल में बंद मास्टरमाइंड गोहाना के गोविद शर्मा और लोहारी गांव के संदीप शर्मा को प्रोडक्शन वारंट पर लिया। दोनों आरोपितों को अदालत में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया गया है।
डीएसपी क्राइम ब्रांच अमित दहिया ने बताया कि दोनों आरोपितों ने 800 करोड़ रुपये के फर्जी बिल काटकर सरकार से 45 करोड़ रुपये का क्रेडिट इनपुट लिया था। गोविद पर 21 और संदीप पर 18 मामले दर्ज हैं। आरोपितों के खातों को सीज करके 37 करोड़ रुपये की रिकवरी की जा चुकी है। इस गैंग के दूसरे जिलों में सक्रिय चार और आरोपितों की तलाश की जा रही है। बता दें कि थाना चांदनी बाद में जीएसटी फर्जीवाड़े के 45 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। फर्जीवाड़े में दिविक शर्मा, साहिल और गौरव की भी गिरफ्तारी हो चुकी है।
देवीलाल कांप्लेक्स में काम करता था गोविद, दूसरे जिलों में भी गैंग सक्रिय
डीएसपी दहिया ने बताया कि गोविद पानीपत के ताऊ देवीलाल कांप्लेक्स में अकाउंटेंट का काम करता था। उसी के पास संदीप शर्मा और अन्य कई युवक काम करते थे। टैक्स जमा कराने का काम करते थे। दोनों आरोपित आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर उनसे आइडी प्रूफ ले लेते थे। खाते में 2000 रुपये जमाकर लोगों का विश्वास जीत लेते थे। लोगों से लिए दस्तावेज के जरिये खाली प्लाट पर फर्जी रेंट एग्रीमेंट लेकर जीएसटी नंबर ले लेते थे। संदीप और गोविद में तीन जीएसटी नंबर और रुपयों को लेकर झगड़ा भी हो गया था। इसके बाद से दोनों अलग-अलग काम करते थे। 17 मामलों में रिमांड पर लिए जा चुका है गोविद
गोविद शर्मा अक्टूबर 2020 से जेल में बंद है। 11 अक्टूबर से लेकर 21 जनवरी तक 17 मामलों में रिमांड पर लिए जा चुके हैं। संदीप नवंबर से जेल में बंद हैं। क्राइम ब्रांच दोनों आरोपितों को रिमांड पूरा होते ही कोर्ट में प्रोडक्शन वारंट पर लाने के लिए अर्जी डाल देती है।