कोरोना से बचने के लिए दो गज दूरी के साथ मास्क भी जरूरी
सार्वजनिक स्थलों और भीड़भाड़ भरे इलाकों में कम आवागमन हो इसके लिए लोगों को सतर्क रहना जरूरी है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर में कोरोना के केस दोबारा बढ़ने लगे है। खासकर पाश इलाकों में संक्रमितों की संख्या अधिक मिल रही है। सार्वजनिक स्थलों और भीड़भाड़ भरे इलाकों में कम आवागमन हो, इसके लिए लोगों को सतर्क रहना जरूरी है। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन की भीड़ और यात्रियों की लापरवाही भारी पड़ सकती है।
पानीपत डिपो से रोजाना लगभग 15 हजार यात्री विभिन्न रूटों की बसों में सफर करते हैं। बस स्टैंड परिसर पहुंचने वाले हर 10 में से 8 यात्री बिना मास्क लगाए घूमते दिखते हैं। पिछले साल यानि 2020 में इन्हीं दिनों कोरोना संक्रमण फैलना शुरू हुआ था। केस बढ़ने लगे तो सरकार ने लॉकडाउन लगाकर लोगों को सर्तकता बरतने और कोविड गाइडलाइन की पालना करने के लिए जागरूक किया। शायद अब यात्री नियम पालना का पाठ भूल चुके हैं। न मास्क लगा रहे हैं, न ही शारीरिक दूरी नहीं रख रहे। झुंड बनाकर खड़े होने से भी परहेज नहीं करते। यात्री तो यात्री, बस स्टैंड परिसर में कर्मचारी भी कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रहे। लॉकडाउन के दौरान दफ्तरों में कर्मचारियों की टेबल के बीच दूरी तो बढ़ी, लेकिन नियमित रूप से मास्क लगाने का प्रण रोडवेजकर्मी भी भूल चुके हैं। जीआरपी ने मास्क बांट दिलाई लॉकडाउन की याद
एसपी रेलवे के आदेशानुसार जीआरपी के जवानों ने रेलवे स्टेशन परिसर में यात्रियों को मास्क बांटे। लॉकडाउन के दौरान हुई परेशानियां याद दिलाकर कोविड गाइडलाइन की पालना करने के लिए प्रेरित किया। बता दें कि फिलहाल पानीपत रेलवे स्टेशन से रोजाना 8 हजार से अधिक यात्री विभिन्न रूटों की ट्रेनों में सफर करते हैं।
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कर्मचारियों और यात्रियों को कोविड गाइडलाइन की पालना करने के विशेष दिशानिर्देश दे रखे है। अगर कोई कर्मचारी या यात्री गाइडलाइन की पालना नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विकास नरवाल, रोडवेज प्रबंधक पानीपत डिपो