व्यापारी, डॉक्टर, गृहिणी, किसान, छात्र...जो लापरवाह वही कोरोना संक्रमित
पानीपत में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता दिख रहा है। व्यापारी डॉक्टर गृहिणी किसान छात्र हर किसी की जान पर बन रही है। लापरवाही बरतने वाला हर शख्स संक्रमित हो रहा है। संक्रमितों और मृतकों में पुरुष वर्ग की संख्या अधिक है।
पानीपत, जेएनएन। कहावत है कि महामारी जाति-धर्म-वर्ग देखकर नहीं आती। जिसने भी लापरवाही बरती, वही चपेट में आ गया। पानीपत में कोविड-19 पाजिटिव के अब तक के आंकड़े इसका सबूत हैं। 22 नवंबर 2020 तक 8957 मरीज कोरोना संक्रमित हुए हैं। इनमें से 33.55 फीसद फीमेल और 66.45 मेल हैं। संक्रमितों की तुलना में महिलाओं का मौत प्रतिशत कुछ &यादा है।
ये भी जानें
66.45 फीसद पुरुष हुए कोरोना संक्रमित
33.55 फीसद महिलाएं हुईं कोरोना संक्रमित
8957 कुल संक्रमित
5952 पुरुष हैं इनमें
3005 महिलाएं हुईं संक्रमित
120 लोगों ने जान गंवाई
78 पुरुषों की जान गई
42 : महिलाओं की मौत
टेबल ग्राफ में लगाएं
सबसे ज्यादा घरेलू महिलाएं संक्रमित
गृहिणियां 1036
छात्रा-छात्राएं 812
बिजनेसमैन 473
किसान 155
बच्चे 99
डॉक्टर 65
बेरोजगार 56
सेवानिवृत्त 28
स्टाफ नर्स 26
चालक 25
पुलिसकर्मी 24
बैंक कर्मी 24
कोर्ट कर्मचारी 15
सरकारी कर्मचारी 14
वकील 13
सीआइएसफ जवान 11
कंप्यूटर आपरेटर 10
(सैंपल देते समय जिन्होंने अपना पेशा लिखवाया, दहाई या इससे अधिक अंक लिए हैं)
इस तरह बढ़ते गए कोरोना संक्रमित
31 मार्च तक 4
30 अप्रैल तक 13
31 मई तक 62
30 जून तक 200
31 जुलाई तक 1156
31 अगस्त तक 3899
30 सितंबर तक 7374
31 अक्टूबर तक 8011
22 नवंबर तक 8957
चढ़ते बढ़ते क्रम में लगाएं
मई में मौत फीसद 4.84
जून में मौत फीसद 3.50
जुलाई में मौत फीसद 1.30
अगस्त में मौत फीसद 1.31
सितंबर में मौत फीसद 1.21
अक्टूबर में मौत फीसद 1.29
नवंबर में मौत फीसद 1.34
स्वास्थ्य विभाग की सीख
-सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाएं।
-दो गज की दूरी का पालन करें।
-हाथों को सैनिटाइज करते रहें।
-अनावश्यक बाहर नहीं टहलें।
-बीमारी न छिपाएं, स्वाब सैंपल कराएं।
-समय-समय पर गुनगुना पानी पिएं।
-लौंग, इलायची, अदरक वाली चाय पिएं।
नवंबर आधा बीता है। संक्रमितों की संख्या एकाएक बढ़ी है। मौत का प्रतिशत भी पांच माह में सबसे ज्यादा है। स्वाब सैंपल की संख्या बढ़ाई गई है। कोविड-19 को लेकर की गई तैयारी की समीक्षा भी की गई है। जनता गाइडलाइन का पालन करे।
डा. संतलाल वर्मा, सिविल सर्जन