एसडी पीजी कालेज में मनाया मकर संक्रांति पर्व
सूर्य पर आधारित मकर संक्रांति का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। वेद और पुराणों में भी इस दिन का खास उल्लेख मिलता है। मकर संक्रांति एक खगोलीय घटना है जिससे जड़ और चेतन की दशा और दिशा तय होती है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : एसडी पीजी कॉलेज में मकर संक्रांति पर्व पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। एनएसएस कार्यकर्ताओं के साथ अन्य विद्यार्थियों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। शुरुआत प्राचार्य डा. अनुपम अरोड़ा ने की।
प्राचार्य ने कहा कि सूर्य पर आधारित मकर संक्रांति का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। वेद और पुराणों में भी इस दिन का खास उल्लेख मिलता है। मकर संक्रांति एक खगोलीय घटना है, जिससे जड़ और चेतन की दशा और दिशा तय होती है। इसलिए कोरोना काल में इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति का महत्व वैसा ही है जैसे वृक्षों में पीपल, हाथियों में ऐरावत और पहाड़ों में हिमालय का। यही एकमात्र पर्व है जिसे समूचे भारत में मनाया जाता है।
प्रधान पवन गोयल ने कहा कि हमारी धरती पर जो कुछ चल रहा है, वह सब प्रकृति के नियमों के तहत है। अर्थात सभी कुछ प्रकृति से बद्ध है। पौधा प्रकाश में अच्छे से खिलता है। इस मौके पर एनएसएस अधिकारी डा. राकेश गर्ग, डा. संतोष कुमारी, प्रो. एकता, प्रो. रीना सिगला, प्रो. ममता गुप्ता मौजूद रहे।
मकर संक्रांति पर यमुना में लगाई आस्था की डुबकी
सनौली में मकर संक्रांति पर यमुना नदी पुल पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। इस दौरान यहां पर मेला लगा। अल सुबह चार बजे से ही श्रद्धालु पैदल, मोटर साइकिल, जीप, थ्री-व्हीलर, ट्रैक्टर से यमुना नदी पर पहुंचे। यह सिलसिला दोपहर बाद तक चला। यमुना पुल के पास बने मंदिरों मे भी भीड़ रही। मंदिर के महंत सुभाष गिरी महाराज ने बताया कि मकर संक्रांति के पर्व पर दान का बड़ा पुण्य मिलता है।
महाकालेश्वर मंदिर में हवन किया गया। मंहत 108 बाबा मनसुकदास ने कहा कि यमुना घाट अधमी में यमुना किनारे विशाल महाकालेश्वर मंदिर का निर्माण क्षेत्र की जनता के सहयोग से कराया गया है। इस अवसर पर कृष्ण कुमार, राजपाल, उमेद सिंह छाछिया, प्रेम कश्यप, बलवान, नफे सिंह, बिश्मबर, सूरजमल, जयभगवान, अनिल, बलेश्वर, सुरेश, नवीन, राजेंद्र, सोनू, नीतिन, संदीप, जयपाल, महाबीर मौजूद रहे।
मतलौडा में किया हवन
मतलौडा की बाबा योगीनाथ कॉलोनी में भंडारा लगाया गया। कॉलोनी वासी सुनील सैनी, आशीष दहिया, वजीर वर्मा, नरेश कश्यप, नीरज ने बताया कि हर वर्ष इस तरह का कार्यक्रम किया जाता है।