लख्मी चंद रचित सांग पद्मावत पर जमकर बजी तालियां
संजय भसीन ने कहा कि सीएम मनोहर लाल प्रदेश की लोक कलाओं व प्राचीन संस्कृति के संरक्षण के प्रति गंभीर हैं। उनके आदेश से ही पूरे प्रदेश में लुप्तप्राय विधाओं के आयोजन करवाए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : हरियाणा कला परिषद द्वारा लख्मी चंद कला विकास मंच और एसडी पीजी कालेज की ओर से आयोजित सांग उत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को पंडित लख्मी चंद के पौत्र विष्णु दत्त एंड पार्टी ने पद्मावत का सांग प्रस्तुत किया गया। शुभारंभ कालेज प्रबंधन समिति के प्रधान पवन गोयल ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। वहीं हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन भी पहुंचे।
संजय भसीन ने कहा कि सीएम मनोहर लाल प्रदेश की लोक कलाओं व प्राचीन संस्कृति के संरक्षण के प्रति गंभीर हैं। उनके आदेश से ही पूरे प्रदेश में लुप्तप्राय: विधाओं के आयोजन करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंडित लख्मी चंद महान कवि हुए। खाली फिल्म बनने से उनकी गहराई पुरी नहीं हो जाती। उन्हें भारत रत्न या पदम श्री अवार्ड जैसा सम्मान मिलना चाहिए और इसकी मांग हम सभी को मिलकर करनी होगी। भसीन ने कहा कि प्राचीन संस्कृति को संजोकर रखने में कलाकारों का अहम योगदान है। जिन्हें कोरोना महामारी में आर्थिक ²ष्टि से काफी कष्ट उठाना पड़ा।
उन्होंने बताया कि इस कड़ी में गजेंद्र फौगाट द्वारा सांग उत्सव के अलावा महिलाओं व पुरुषों के गायन शैलियों के डॉक्यूमेंटेंशन के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं ब्राह्मंण सभा पानीपत के जिला प्रधान रामरत्न शर्मा ने भी पंडित लख्मी चंद के जीवन पर प्रकाश डाला। बुधवार को अंतिम दिन हरियाणा की पहली महिला सांगी डा. संध्या शर्मा सांग की प्रस्तुति देंगी। इस मौके पर मंच के संस्थापक वीरेंद्र शर्मा, प्राचार्य डा. अनुपम अरोड़ा, दिव्या आर्य, रजनी बैनीवाल, हरेंद्र शर्मा, मेघराज कौशिक, जसमेर गौतम मौजूद रहे।
बुजुर्गो ने लिया सांग का आनंद
सांग उत्सव में पंडित लख्मीचंद के पौत्र विष्णु दत्त ने दादा द्वारा रचित सांग पद्मावत का प्रदर्शन किया गया। उन्होंने सांग में बहरे तबील, आल्हा, सोहणी, रागिनी आदि विधाओं के जरिये सांग की प्रस्तुति दी। शहर के साथ ग्रामीण आंचल से पहुंचे बुजुर्गो ने सुबह से लेकर शाम तक सांग उत्सव का पुरी तरह से आनंद लिया। कुछ बुजुर्ग तो घर से खाना तक लेकर आए। वहीं दूसरे दिन सांग देखने वाले बुजुर्गो की संख्या भी काफी रही। नीचे कुर्सियां कम पड़ने के साथ ऊपर बालकोनी में बैठाना पड़ा। विष्णु दत्त एंड पार्टी की शानदार प्रस्तुति ने जमकर तालियां बटोरी।