Lockdown and Coronavirus: लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे लोगों को रोकने पर हमला, पुलिस पर किया पथराव
पानीपत के गोसअली में लॉकडाउन का उल्लंघर पर रहे लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। हवाई फायरिंग करके पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत में कोरोना वारियर्स को निशाना बनाया गया। लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे लोगों को जब मना किया गया तो पथराव शुरू कर दिया। पुलिस को हवाई फायरिंग करके जान बचानी पड़ी। इस पत्थरबाजी में एक युवक घायल हो गया है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सेक्टर 11 स्थित गोसअली मुहल्ले में एक विशेष समुदाय के महिला, पुरुष और बच्चे ग्रुप में घरों के बाहर बैठे थे। सीआइए-वन टीम ने उन्हें घरों के अंदर जाने के लिए कहा। पुलिस का आरोप है कि लोगों ने पुलिस बल पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। 10 से 15 मिनट तक पत्थरबाजी हुई। इस दौरान एक युवक घायल हो गया। पुलिस ने जान बचाने के लिए दो हवाई फायर किए।
सेक्टर-11 के गोसअली मुहल्ले की घटना
डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि सीआइए-वन प्रभारी राजपाल सिंह दो गाड़ियों में 10-12 पुलिस कर्मियों के साथ सेक्टर 11 में लॉकडाउन की पालना करवाने के लिए गश्त कर रहे थे। गोसअली मुहल्ले में काफी लोग घरों के बाहर बैठे हुए थे। राजपाल सिंह और उनकी टीम ने लोगों को समझाया कि वे लॉकडाउन की अवहेलना न कर घरों के अंदर चले जाएं। लोग नहीं माने और गुस्सा होकर पुलिस बल पर ईंट पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। जान बचाने के लिए पुलिस ने दो हवाई फायर किए। पथराव में स्थानीय निवासी शहजाद घायल हो गया। कंट्रोल रूम को सूचना दी।
पुलिस टीम ने खदेड़ा
इसके बाद थाना प्रभारी चांदनी बाग मनजीत सिंह और सेक्टर 11-12 चौकी और 13-17 थाने से भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और लोगों को खदेड़ कर घरों में भेजा। पुलिस ने घायल शहजाद को सामान्य अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया। थाना चांदनी बाग में काफी महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
घटना के बाद गश्त बढ़ाई
इस घटना के बाद से गोसअली में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। पुलिस संदिग्ध लोगों पर नजर रखे हुए हैं। लोगों का आगाह किया गया है कि वे घरों से बाहर न निकले और लॉकडाउन की पालना करें।
पत्थरबाजी के बाद गोसअली में लगाए नाके
सेक्टर 11 से लगते गोसअली मुहल्ले का नजारा शुक्रवार को बदला-बदला दिखा। एक दिन पहले पुलिस टीम पर यहां हमला हुआ था। दूसरे दिन हर मुख्य गली के मुहाने पर सात-आठ युवक नाका लगाकर खड़े दिखे। किराना, मीट से लेकर टेलर तक की दुकानें खुली मिली। मुहल्ले में आए बाहरी लोगों से वहां आने का कारण तक पूछते दिखे। गोसअली की कई दुकानों में लोग बृहस्पतिवार को हुई पत्थरबाजी की चर्चा कर रहे थे।
मार्केट के दुकानदार दिखे चितिंत
पत्थरबाजी की घटना के बाद सेक्टर 11-12 की मुख्य सड़क के दुकानदारों के माथों पर थोड़ी चिंता दिखी। वे आम दिनों की तरह काम कर रहे थे, लेकिन उनके हाव-भाव आम दिनों की तरह नहीं थे। पत्थरबाजी की इस घटना बारे कई दुकानदारों से बातचीत की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने चर्चा करने से इंकार कर दिया।
राजनीतिक पैठ और पहुंच का असर
समुदाय विशेष के कुछ खास लोगों की सत्ताधारी और विपक्षी, दोनों ही पार्टियों के हाईकमान तक पहुंच है। पत्थरबाजी के बाद राजनीतिक पैठ का फायदा उठाकर रातों-रात सिफारिशें लगवाई गई और मामला ठंडा पड़ गया। शायद ये ही वजह है कि पुलिस ने अभी तक संदिग्धों को काबू नहीं किया।
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