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शराब ठेकेदार अजीत को बिहार पुलिस ने लघु सचिवालय से गिरफ्तार किया

लघु सचिवालय परिसर से बिहार पुलिस ने उसे अवैध शराब बेचने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। इससे अफरा-तफरी मच गई। उसके साथ आए ठेकेदार आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Feb 2021 07:42 AM (IST)Updated: Thu, 04 Feb 2021 07:42 AM (IST)
शराब ठेकेदार अजीत को बिहार पुलिस ने लघु सचिवालय से गिरफ्तार किया
शराब ठेकेदार अजीत को बिहार पुलिस ने लघु सचिवालय से गिरफ्तार किया

जागरण संवाददाता, पानीपत : शराब ठेकेदार खलीला प्रहलादपुर गांव के अजीत सिंह उर्फ जीता पर गैंगस्टर राकू गैंग के बदमाशों ने हमला गोली मार दी थी। इसी मामले में निष्पक्ष जांच के लिए जीता बुधवार को एसपी शशांक कुमार सावन का धन्यवाद करने उनके कार्यालय जा रहा था। इसी दौरान लघु सचिवालय परिसर से बिहार पुलिस ने उसे अवैध शराब बेचने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। इससे अफरा-तफरी मच गई। उसके साथ आए ठेकेदार आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे। पुलिस ने उन्हें मामले से अवगत कराया तो वे शांत हुए। बिहार के जिला गोपालगंज के थाना कुचायकोट पुलिस अजीत को साथ ले गई।

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अवैध शराब से भरा ट्रक पकड़ा था, आरोपितों ने अजित का नाम बताया था

गोपालगंज के कुचायकोट थाना पुलिस ने अवैध शराब से भरा ट्रक पकड़ा था। 12 अक्टूबर 2020 को मामला दर्ज किया। आरोपित ने बताया कि वे अवैध शराब ठेकेदार अजीत से खरीदकर लाए थे। बिहार पुलिस को अजीत की तलाश थी। पुलिस ने इस बारे में एसपी शशांक कुमार सावन को भी अवगत करा दिया था, ताकि ठेकेदार की गिरफ्तारी के दौरान कोई हंगामा न हो।

डेढ़ महीने से सुर्खियों में थे अजीत, मिले थे सुरक्षाकर्मी

गैंगस्टर प्रसन्न उर्फ लंबू ने शराब ठेकेदार अजीत सिंह से 20 लाख रुपये की मंथली मांगी थी। अजीत ने देने से मना कर दिया था। इसके बाद 2019 पर ठेकेदार को गोली मार दी थी। इसके बावजूद अजीत ने रंगदारी नहीं दी। 19 दिसंबर 2020 की रात को ठेकेदार अजीत सिंह अपने नूरवाला अड्डे पर स्थित शराब ठेके पर थे। इसी दौरान बदमाशों ने फायरिग कर दी। इसमें अजीत सिंह, उसका ड्राइवर सोनीपत के जुआ गांव का सागर और शराब खरीदने आया कामगार धर्मेद्र घायल हो गया था। क्रास फायरिग में हमलावर गोयला खेड़ा गांव का मनीष उर्फ मुखिया मारा गया। इस मामले में गैंगस्टर राकेश उर्फ राकू सहित 11 आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। वारदात के बाद से अजीत और उसके भाई सुरेंद्र पहलवान को पुलिस सुरक्षा मिली हुई है। डेढ़ महीने से अजीत सुर्खियों में है।


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