करनाल में लाठीचार्ज में घायल किसानों से मिले राकेश टिकैत, बोले- सरकार माहौल खराब करना चाहती है
शनिवार को बसताड़ा टोल प्लाजा पर हुए लाठीचार्ज में करीब 20 किसान घायल हो गए थे। आंदोलनकारी किसान हाईवे जाम कर रहे थे। किसानों को हाईवे से हटने के लिए कहा गया तो वह नहीं माने इसके चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, करनाल। किसान नेता राकेश टिकैत रविवार को कल्पना चावला राजकीय मेडिकल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल किसान गुजरंट सिंह का हालचाल जाना। उन्होंने शनिवार को बसताड़ा टोल प्लाजा पर हुए लाठीचार्ज की जांच करवाने और लाठीचार्ज को लेकर विवाद आए एसडीएम पर कार्रवाई करने की मांग की। सोमवार को बसताड़ा टोल प्लाजा पर मीटिंग बुलाई है। इसमें आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
शनिवार को बसताड़ा टोल प्लाजा पर हुए लाठीचार्ज में करीब 20 किसान घायल हो गए। आंदोलनकारी किसान हाईवे जाम कर रहे थे। किसानों को हाईवे से हटने के लिए कहा गया तो वह नहीं माने, इसके चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद पथराव में कुछ पुलिस कर्मचारी भी घायल हो गए थे। इनमें से कुछ घायल किसानों ने रविवार की सुबह राजकीय अस्पताल में मेडिकल करवाया। इसी बीच सुबह किसान नेता राकेश टिकैत कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में दाखिल युवा किसान गुरजंट का हालचाल जानने पहुंचे। वह लाठीचार्ज में घायल हो गया था।
माहौल खराब करना चाहती है सरकार
राकेश टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश सरकार माहौल खराब करना चाहती है। इसीलिए किसानों पर लाठीचार्ज किया गया है। आगामी रणनीति तय करने के लिए सोमवार को बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों की बैठक बुलाई गई है।
10 बजे रवाना हुए सीएम, पुलिस रही चौकन्नी
रविवार को पुलिस का सख्त पहरा रहा। क्योंकि सीएम मनोहर लाल सुबह तक करनाल में ही थे। इस दौरान वह कुछ कार्यकर्ताओं के घर भी गए। जिस जिस राह से सीएम को गुजरना था, वहां पुलिस ने पूरी सख्ती की हुई थी। राहगीरों पर नजर रखी जा रही थी। लेकिन शनिवार की तरह रविवार को किसी भी रास्ते को सील नहीं किया गया। इसलिए लोगों को आवागमन में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
करीब आठ किसानों ने करवाया मेडिकल
रविवार सुबह करीब आठ किसानों ने राजकीय अस्पताल में पहुंचकर मेडिकल करवाया। किसान नेता राजेंद्र आर्य दादुपुर के साथ यह किसान अपना मेडिकल करवाने पहुंचे। राजेंद्र आर्य भी लाठीचार्ज में घायल हो गए थे। आर्य ने शनिवार को कहा था कि लाठीचार्ज में घायल हुए सभी किसान अपना मेडिकल करवाएंगे। यदि मेडिकल करने से अस्पताल प्रबंधन ने आनाकानी की तो अस्पताल में धरना देंगे। रविवार को किसान मेडिकल करवाने पहुंचे तो अस्पताल प्रबंधन की ओर से उन्हें सहयोग किया गया। राजेंद्र आर्य ने कहा कि प्रशासन के आगे झुकेंगे नहीं। जिस तरह से उन पर लाठीचार्ज किया गया है, वह दर्शाता है कि सरकार किसानों से भयभीत है।
कल करेंगे किसान आगामी रणनीति पर चर्चा
बसताड़ा टोल प्लाजा पर हुए लाठीचार्ज को लेकर किसान नेताओं ने सोमवार को बैठक बुलाई है। इस बैठक में आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी। हालांकि शनिवार की रात को गिरफ्तार किए किसानों को छोड़ने के बाद करनाल जिले के चारों ओर लगाए गए जाम को खोल दिया गया था। अब बैठक के बाद तय होगा कि इस मामले पर किसान नेताओं का आगामी रुख क्या रहेगा।
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