Kurukshetra University ने इसलिए लिया फैसला, बीटेक नहीं प्रिंटिंग ग्राफिक्स एंड पैकेजिंग में अब बीएससी
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के बीटेक प्रिंटिंग ग्राफिक्स एंड पैकेजिंग कोर्स को नियमों का हवाला देकर एआइसीटीई ने बंद करने के आदेश दिए थे। लेकिन अब इसका नोमिनिक्लेचर बदल दिया गया।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्थित बड़े संस्थानों में शुमार मीडिया एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में पिछले 12 वर्षों से चल रहे बीटेक प्रिंटिंग ग्राफिक्स एंड पैकेजिंग कोर्स का नोमिनिक्लेचर (नाम) बदल दिया गया है। संस्थान की ओर से कोर्स को अब बीटेक की बजाए बीएससी में तब्दील कर दिया है। इसके बाद यह कोर्स एआइसीटीई (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजूकेशन) की जगह यूजीसी के अंतर्गत हो जाएगा। संस्थान के अधिकारियों का तर्क है कि इस कोर्स में छात्रों की सबसे अधिक प्लेसमेंट हैं और मीडिया जगत में भी इस कोर्स के विद्यार्थियों की पूरी डिमांड है।
इससे पहले मीडिया एवं प्रौद्योगिकी संस्थान की ओर से बीटेक प्रिंटिंग ग्राफिक्स एंड पैकेजिंग कोर्स को एआइसीटीई की ओर से मान्यता प्रदान की गई थी। एआइसीटीई के नियमों के अनुसार इस कोर्स के लिए अलग से विभाग और उसका निदेशक होना आवश्यक है, जबकि कुवि के नियमों के अनुसार ऐसा नहीं है। ऐसे में एआइसीटीई की ओर से कोर्स को बंद करने के आदेश दे दिए गए थे। वहीं संस्थान ने इसे बंद करने की बजाय कोर्स को बीटेक की बजाए बीएससी में बदल दिया है।
भेज दिया है प्रपोजल
संस्थान की निदेशक डॉ. बिंदू शर्मा ने बताया कि संस्थान के इस कोर्स की सबसे अधिक प्लेसमेंट है। वर्तमान में भी अंतिम वर्ष के 22 छात्रों की प्लेसमेंट हो चुकी है। इसलिए इसे बंद नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि कोर्स का नोमिनिक्लेचर बदलने का प्रपोजल कुवि प्रशासन को भेज दिया गया है। इसके बाद नाम व डिजाइन आदि बदल जाएगी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप