कोरोना महामारी में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की अनोखी पहल, पूर्व छात्रों को नहीं होगी नौकरियों की कमी
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने कोरोना काल में अनोखी पहल की शुरुआत की है। विश्वविद्याल ने एक जाब बोर्ड तैयार किया है। जिससे पूर्व छात्रों को काफी फायदा पहुंच रहा है। जाब बोर्ड पर पंजीकृत सदस्य अपने प्रोफेशन के अनुसार नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र एल्युमनी एसोसिएशन (कुका) वर्तमान और पूर्व विद्यार्थियों को नई राह दिखा रहा है। कुका ने अपने पोर्टल पर एक जाब बोर्ड तैयार किया है जिसके माध्यम से पूर्व विद्यार्थियों के साथ-साथ कंपनियों को भी फायदा हो रहा है। इस जाब बोर्ड पर कुका के पोर्टल पर पंजीकृत सदस्य अपने प्रोफेशन के अनुसार नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं। इतना ही नहीं बड़ी-बड़ी कंपनियों में कार्यरत कुवि के पूर्व विद्यार्थी भी अपनी जरूरत के हिसाब से इस पोर्टल पर नौकरियों की जानकारी डाल रहे हैं। इसके बाद उनके पास धड़ाधड़ आवेदन पहुंच रहे हैं।
11 जनवरी 1957 को हुआ था शिलान्यास
गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रदेश का सबसे पुराना विवि है। इसी विवि से अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले कई पूर्व विद्यार्थी देश ही नहीं विदेशों तक में उच्च पदों पर आसीन हैं। कुवि का शिलान्यास 11 जनवरी 1957 देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद के किया था। अपने स्थापना काल से आज तक कुवि ने हजारों ऐसे विद्यार्थी दिए हैं जो नामचीन उद्योगपति से लेकर राजनीतिज्ञ और नौकरशाह बने हैं। इनमें संयुक्त राष्ट्र की ओर से फूड सिक्योरिटी को लेकर काम करते हुए भारत के प्रभारी बिशु पंजौली, कैलिफोर्निया के सांता कलारा में काउंसिल मेंबर राजवंत चहल, यूनाइटेड किंग्डम में अपना रेडियो चलाकर भारत की पहचान बने रवि शर्मा सहित कुछ ऐसे नाम जिन्होंने विदेशों तक में कुवि का नाम रोशन किया है। इतना ही नहीं वर्तमान में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे आइपीएस नवदीप विर्क और आइएएस तेजस्वी राणा सहित कई ऐसे नाम हैं जिन पर कुवि को गर्व है। इतना ही नहीं खेल जगत के सितारे अर्जुन अवार्डी दलेल सिंह और प्रदेश के खेल मंत्री संदीप सिंह सहित कई अन्य नामचीन खिलाड़ी दिए हैं। जो युवा पीढ़ी को नई राह दिखा रहे हैं।
कुका पोर्टल पर दिए जा रहे कई तरह के अवसर
कुका की ओर से पोर्टल से जुड़े सदस्यों को ज्यादा से ज्यादा अवसर प्रदान करने के लिए कई तरह योजनाएं शुरू की गई हैं। कुका प्रभारी डा. अनिल मित्तल ने बताया कि इसी पोर्टल के माध्यम से वर्तमान विद्यार्थियों को भी ट्रेनिंग और प्लेसमेंट के अवसर दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही विद्यार्थियों के अलग-अलग क्षेत्र में मार्गदर्शन करने के लिए विशेषज्ञों के लेक्चर करवाने के लिए काम किया जा रहा है।
कुलपति के निर्देशन में आयोजित हुई परिस्मृति
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के निर्देशन में 19 अगस्त 2021 को एलुमनी मीट परिस्मृति का आयोजन किया गया था। इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। परिस्मृति में देश-विदेश से जुड़े पूर्व छात्रों ने वर्तमान विद्यार्थियों को आधुनिक उपकरण व अन्य संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए 40 लाख रुपये सहयोग करने का आश्वासन दिया था।