Kisan Mahapanchayat : राकेश टिकैत ने कहा, दिल्ली में पक्के मकान बनाकर जारी रखेंगे आंदोलन
Kisan Andolan किसान महापंचायत का दौर जारी है। कृषि कानून विरोधी आंदोलन को लेकर करनाल में महापंचायत हुई। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान महापंचायत हुई। इसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने संबाेधित किया।
करनाल, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांगे मान जाए अन्यथा किसान दिल्ली में पक्के मकान बनाकर कूलर व पंखे लगाकर अपना प्रदर्शन जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा किसानों के आंदोलन रद करने की है लेकिन आंदोलन इतना ही तेज होता जा रहा है।
वह असंध की नई अनाज मंडी में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित महापंचायत में किसानों को संबोधित कर रहे थे। महापंचायत में किसान नेताओं ने किसान एकता पर जोर दिया और कहा कि अपने हकों पर किसान कुठाघारात बर्दाश्त नहीं करेंगे। टिकैत ने कहा कि सरकार मंडियों को समाप्त करने का प्लान बना रही है और किसान सरकारी विभाग के दफ्तरों को मंडी बनाने के लिए तैयार है। किसानों ने गांव दर गांव कमेटी बना दी है। जो किसान आंदोलन में रहेगा, उसका अनाज खेत से उठवाकर घर तक पहुंचाने का काम कमेटी के सदस्य करेंगे। किसी भी किसान को परेशानी उठाने की जरूरत नहीं है। सरकार जब तक चाहेगी किसान आंदोलन चलाते रहेंगे, लेकिन अपनी मांगे मनवाने के बाद ही घर वापसी करेंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा मंच वही है, हमारे पंच भी वहीं हैं और हमारी मांग भी वही है। सरकार संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं से बात करे और उनकी मांगों को मानें। बिल वापसी पर ही बात संभव है अन्यथा किसानों को आंदोलन की आदत हो गई है। हर एक किसान डटकर खड़ा है। पीछे हटने का कोई इरादा नहीं है। हमारे हथियार हमारे ट्रैक्टर ट्रॉली हैं। सभी किसान अपने हथियारों को पेंट करवाकर तैयार रखे। जब भी बुलावा आएगा, दिल्ली चलने के लिए तैयार रहना। दूसरी ओर महापंचायत को लेकर किसानों में उत्साह रहा। किसान सुबह से ही महापंचायत के लिए जुटने शुरू हो गए थे।
गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि संयुक्त मोर्चा के कहने पर सब एक हो जाते है। देश का हर कोने एक है। जो विभाग हमारे ट्रैक्टरों को रोकेगा उसी विभाग के अधिकारी को एमएसपी पर खरीदना पड़ेगा। किसान अपनी फसल सरकारी विभागों में लेकर जाओ। दिसंबर तक आंदोलन की तैयारी पूरी है। गांव गांव कमेटी बना दी गई है। जो किसान आंदोलन में रहेगा तो उसकी फसल कटवाने का काम कमेटी करेगी।
एसी में रहकर और पक्के मकानों में रहकर आंदोलन चलेगा। संयुक्त कमेटी से बात कर ले सरकार। हमारा मंच भी वही है और पंच भी वही है। कमेटी फैंसले लेंगे। बिल वापसी पर ही बात करने संभव है। अब तो आदत सी हो गई है आंदोलन की। हरियाणा के लोगों के सामने बड़ी बड़ी सरकारे झुकी है। पंजाब और हरियाणा को तोड़ने का काम किया सरकार ने। ट्रैक्टर हमारा हथियार है इसकी देख रेख कर तैयार रहो कभी भी चलना पड़ सकता है।
गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि किसानों का आंदोलन अब किसानों का नही बल्कि जन आंदोलन बन गया है। इसमें व्यापारी, मजदूर व अन्य सभी वर्ग मिलकर किसानों को हक़ दिलाने का काम कर रहे।
उन्होंने कहा कि अमीर लोग किसान वर्ग पर हावी हो रहा है। इससे किसान पिछड़ रहा है। देश की जीडीपी में खेती का बहुत बड़ा हिस्सा था, लेकिन सरकार ने किसानों को बर्बाद करने का प्लान तैयार किया है। इस कानून के माध्यम से सरकार मंडियों को तोड़कर पूंजीवाद के हाथों में दे रहे हैं। ताकि आने वाले दिनों में किसानों को बर्बाद किया जा सके। किसानों की आय दो गुना करने का वादा करने वाली सरकार किसानों की हालत बंद से बदतर कर रही है। किसान को खेती से भटकाने का काम सरकार कर रही है।
गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि 307 के मुकदमे किसानों पर दर्ज किए गए। जो कर्मचारी किसानों के फेवर में बोलते है उनको सस्पेंड कर दिया जाता है। यह सरकार तानाशाही कर रही है। गांव से लेकर शहर तक के लोगो को जनता का समर्थन करना चाहिए अन्यथा कोई नहीं बचेगा। लड़ाई सभी की है। लड़ाई कितनी भी लंबी चले हम पीछे नही हटेंगे। पूरे देश का पैसा पूंजीपतियों के हवाले कानून बनाकर बहुत ही सोच समझकर किया जा रहा है। व्यवस्था को बदलने की जरूरत है। संयम के साथ राजनेताओं की बगावत करने की जरूरत है। जेजेपी ओर भाजपा के नेताओ को गांव में नहीं घुसने देंगे सभी यह प्रण कर लो। इनको हमेशा के लिए इंतजाम हो जाएगा। अंबानी ओर रामदेव का सामान ख़रीदने से परहेज करो। साथ भारत बंद का समर्थन करने का आह्वान किया।
किसान नेता टेक राम कंडेला ने कहा कि 4 महीने के समय के बाद भी केंद्र सरकार किसानों की बात मानने को तैयार नहीं है। किसान घबराएं नहीं हैं। दिल्ली में सड़कों पर डटे हैं। सरकार के सभी तंत्र फेल हो गए। लेकिन सरकार ने किसानों की सुध नही ली। कहा, लाखों की तादाद में किसानों ने दिल्ली में पहुंचकर अपनी मांगों को मानने का समर्थन किया। लेकिन सरकार अभी भी अड़ी हुई है लेकिन किसान पीछे नहीं हटेगा। कहा, खाप पंचायतों को खत्म करने की सोच रखने वालों को अपने मंसूबो में कामयाब नहीं होने देंगे।
असंध में आयोजित किसान महापंचायत मे किसान नेता छत्रपालने कहा कि किसान अपना हक मांगने के लिए इकट्ठे हुए हैं। सरकार को कानूनों को रद्द करना होगा। अन्यथा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। कहा कि सरकार किसान हितैषी होने का झूठा दम भरती है। असल मे सरकार किसान विरोधी है।
किसान नेता सुखविंदर ने कहा कि किसानों ने सरकार को एकता का परिचय दिया है। लेकिन सरकार अपनी हटधर्मिता पर झूठी शान के लिए अड़ी हुई है। जिसका जनता में गहरा रोष है। उन्होंने कहा। असन्ध की रैली सभी रिकार्ड तोड़ने का काम करेगी
जेजेपी पार्टी के पूर्व प्रदेश कार्यकारणी सदस्य इंद्र सिंह नवजोत मंच पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसानों का साथ देने के लिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया था। वह किसानों के लिए जान देने को भी तैयार है। कहा कि प्रदेश में किसानों की हालत की जिम्मेदार सरकार है ।
वहीं, महिला किसान नेता ने मंच से संबोधन में कहा कि किसान और मजदूरों की एकता सरकार के लिए परेशानी का कारण बनेगी। सरकार को समझ जाना चाहिए किसान पीछे हटने वाले नहीं है।
करनाल शहर की नई अनाज मंडी में सयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा आयोजित किसान महापंचायत में सुबह से ही किसानों ने पहुंचना शुरू कर दिया है। किसान अपनी बाइकों, ट्रैक्टरों, गाड़ियों में सवार होकर रैली स्थल पर पहुंचने शुरू हो गए थे। रैली को लेकर किसानों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत व किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी को सुनने के लिए किसान जत्थों में पहुंच चुके है।
हरियाणा की पहचान हुक्का लेकर पहुंच रहे किसान
रैली स्थल पर किसान हरियाणा की पहचान हुक्का लेकर पहुंच गए है। किसान दर्जनों हुक्के लेकर आये है। किसानों का कहना है कि हम इंतजाम के साथ अपने नेताओं के विचार सुनने के लिए पहुंचे है। उन्होंने कहा कि जो भी किसान नेता आदेश करेंगे वह मानने का काम किया जाएगा। वहीं, 50 हजार लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई है।
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