Farmers Protest: झज्जर के बाद अंबाला में भी आंदोलनकारियों पर वाटर केनन का इस्तेमाल, भाजपा कार्यक्रम का कर रहे थे विरोध
Farmers Protest झज्जर में हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम का विरोध कर रहे आंदोलनकारियों पर वाटर केनन का इस्तेमाल के बाद अंबाला में भी हंगामा हुआ। भाजपा कार्यक्रम का विरोध कर रहे आंदोलनकारियों पर पुलिस ने वाटर केनन का इस्तेमाल किया।
अंबाला, जागरण संवाददाता। अंबाला में आंदोलनकारियों पर वाटर केनन का इस्तेमाल किया गया। आंदोलनकारी अंबाला के बराड़ा में भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे। कार्यक्रम का विरोध करने पहुंचे आंदोलनकारियों को पहले पुलिस ने समझाने की कोशिश की। इसके बावजूद आंदोलनकारी नहीं मानें और आगे बढ़ने लगे। मजबूरन पुलिस को वाटर केनन का इस्तेमाल करना पड़ा। इस दौरान आंदोलनकारी जमकर नारेबाजी करते रहे।
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दरअसल, अंबाला के बराड़ा में भाजपा का त्रिदेव कार्यक्रम होना तय था। इस कार्यक्रम का आंदोलनकारियों ने विरोध शुरू कर दिया। पहले ये कार्यक्रम मुलाना में होना था। इसके बाद आंदोलनकारियों का विरोध देखते हुए बराड़ा में शिफ्ट कर दिया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया को शामिल होना था। विरोध को देखते हुए कटारिया मुलाना रेस्ट हाउस में ही रुक गए। वे भाजपा के कार्यक्रम में शामिल होने नहीं पहुंचे।
बराड़ामें ही भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी आ गए। रेस्ट हाउस में मीटिंग सूचना मिलने पर आंदोलनकारी बराड़ा रेस्ट हाउस की ओर बढ़ने लगे। कार्यक्रम स्थल से दूर रखने के लिए पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की। इसके बावजूद आंदोलनकारी नहीं मानें। पुलिस ने वाटर केनन का इस्तेमाल किया। किसान रेस्ट हाउस के बाहर विरोध जता रहे हैं।
इस वजह से बिगड़ा मामला
बराड़ा में करीब तीन घंटे तक किसान हंगामा करते रहे, जबकि पुलिस मौके पर मौजूद रही। किसानों को हटाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने, तो पुलिस ने इनको गिरफ्तार करने की तैयारी की, जिस पर वे भड़क गए। किसान सड़क पर ही लेट गए, जबकि इस दौरान स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने वाटर केनन का प्रयोग किया। इसी में उगाला का किसान रमनदीप सिंह वाटर केनन के प्रेशर से गिरा। जिससे सिर ईंट पर लगा और वह घायल हो गया। उसे अस्पताल लाकर उपचार दिया गया।
झज्जर के राजकीय कालेज में उपमुख्यमंत्री कार्यक्रम में पहुंचे। उनका विरोध करने के लिए आंदोलनकारी एकजुट हो गए। काले झंडे लेकर पहुंंचे आंदोलनकारियों को रोका गया। नहीं मानने पर उन पर वाटर केनन का इस्तेमाल किया गया। वहीं अंबाला में भी आंदोलनकारियों पर वाटर केनन का इस्तेमाल होने पर किसान संगठनों में रोष है।