नौकरी के नाम पर धोखे का खौफनाक अंजाम, अपहरण कर ले गए
डॉक्टर ने दो साथियों के साथ मिलकर भारतीय खाद्य निगम के तकनीकी सहायक का अपहरण कर लिया। आरोपितों ने उनसे तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी।
पानीपत, जेएनएन। रेलवे में नौकरी लगवाने के लिए भारतीय खाद्य निगम के तकनीकी सहायक को डेढ़ लाख रुपये लेना महंगा पड़ गया। नौकरी नहीं लगने पर हांसी के कोचिंग सेंटर संचालक डॉक्टर और उसके साथियों ने उनका अपहरण कर फिरौती मांगी। फिरौती न देने पर हांसी में ले जाकर हत्या करने की धमकी दी। पुलिस की पांच टीमों ने पीछा किया तो आरोपित वारदात के साढ़े चार घंटे बाद ढाई हजार रुपये लूटकर पीडि़त को हांसी के पास छोड़कर फरार हो गए।
मेवात के फिरोजपुर झिरका निवासी हरीश (28) ने बताया कि वह पहले हांसी में नौकरी करता था। डेढ़ साल पहले ही उसका तबादला पानीपत हुआ है और आठ मरला में किराये पर रहता है। वह ड्यूटी खत्म कर कार्यालय से बाइक से निकला था। गेट के बाहर पहले से हांसी के मोरपुरा गांव के डॉ. सुनील वर्मा और उसके दो साथी कार खड़ी करके सड़क पर खड़े थे। उनमें से एक युवक ने बाइक के आगे खड़ा होकर चाबी निकाल ली। उसे बाइक से नीचे उतार कर पीटा। उसने मोबाइल से आठ मरला निवासी दोस्त सोहन को कॉल की तो आरोपित युवक ने मोबाइल छीनकर जमीन पर पटक कर तोड़ दिया।
शोर मचाने पर गाड़ी में ले गए
शोर मचाया तो तीनों युवकों ने उसे उठाकर पीछे की सीट पर डाल दिया। एक युवक गाड़ी चला रहा था जबकि दो युवकों ने उसे बीच में बैठा रखा था। युवक ने कनपटी पर पिस्तौल अड़ाकर धमकी दी कि शोर मचाया तो गोली मार दूंगा। युवक ने उससे तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी। उसने इतने रुपये न होने की बात कही तो युवक ने दो लाख रुपये मांगे। फिर डेढ़ लाख रुपये देने को कहा। जींद से निकलने बाद आरोपित युवक ने अपने अन्य साथी को कॉल कर दी। हांसी के पास पहुंचने पर युवकों का उनका एक अन्य दोस्त कार से आया और उन्हें नया मोबाइल फोन व सिम देकर चला गया।
पुलिसकर्मी के साथ बाइक पर बैठा हरीश।
रुपयों के लिए क्वालिटी कंट्रोलर को किया फोन
युवक ने इसी मोबाइल का स्पीकर आन कर उसे डेढ़ लाख रुपये मंगवाने का दबाव डाला। उसने अपने कार्यालय के क्वालिटी कंट्रोलर प्रवीण राठी को कॉल कर सुनील वर्मा के बताए गए खाते में डेढ़ लाख रुपये डलवाने की गुहार लगाई। राठी ने रुपये न होने के बात कही तो उसने कार्यालय के अन्य अधिकारी कमल वोहरा को कॉल की। वोहरा ने कहा कि हरीश आपका को अपहरण हो गया है।
तीन बजे पहुंचे ऑफिस
युवक ने कहा कि बोल दे कि वे दोस्तों के साथ पार्टी कर रहा है। तभी पुलिस को पीछे आते देख आरोपित सुनील वर्मा व उसके दोस्त उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर हांसी के पास गाड़ी से उतारकर भाग गए। उसने टैक्सी की और सुबह तीन बजे कार्यालय पहुंचा। मैनेजर सतपाल और यशपाल उसे आठ मरला चौकी ले गए।
सुनील के पैर पकड़े, धमकी देता रहा हांसी में ले जाकर मार देंगे
हरीश ने बताया कि उसने सुनील के पैर पकड़े। छोड़ देने के लिए गिड़गिड़ाया। फिर भी उसे आरोपित नहीं माना। उसे थप्पड़ मारता रहा और धमकी दी कि जल्द खाते में डेढ़ लाख रुपये नहीं डलवाए तो हांसी लेकर जाकर उसे मार देंगे। आरोपित व उसके साथियों ने उसे जाति सूचक शब्द भी कहे।
युवक ने हरीश के अपहरण की सूचना दी
भारतीय खाद्य निगम के मैनेजर सतकरतार कॉलोनी निवासी सतपाल ने बताया कि एक महिला व युवक बंदरों को केले डालने आए थे। तभी दोनों ने हरीश के साथ दो-तीन लोगों ने पिटाई करते देखा था। युवक आरोपितों की तरफ बढ़ा तो वे कार से हरीश का अपहरण करके ले गए। इसके बाद युवक ने कार्यालय के गेट परक तैनात सिक्योरिटी गार्ड नितिश को सूचना दी। नितिश ने उसे जानकारी दी। इससे बाद आठ मरला चौकी में शिकायत दी गई।
बेटे के रुपये नहीं लौटा रहा था हरीश
पुलिस ने आरोपित डॉ. सुनील वर्मा के पिता ओमप्रकाश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसके बेटे सुनील वर्मा ने चचेरे भाई निवासी धनाकलां सुनील वर्मा के साथ हांसी में कोचिंग सेंटर खोल रखा है। दोनों ने करीब चार साल पहले हरीश को 1.50 लाख रुपये रिश्तेदार की रेलवे में नौकरी लगवाने के लिए दिए थे। हरीश ने न तो नौकरी लगवाई और न ही रुपये वापस लौटाए। बेटे ने काफी बार हरीश से रुपये मांगे, लेकिन वह नहीं लौटा रहा था।
पांच टीमें कर रही हैं आरोपितों की तलाश
मॉडल टाउन थाना प्रभारी गुरविंद्र ने बताया कि हरीश के अपहरण की सूचना मिलते ही सीआइए की तीन और थाना व चौकी की एक-एक टीमें आरोपितों का पता लगा रही थी। आरोपितों की इसकी भनक लग गई थी और वे हरीश को छोड़ भाग गए। मैनेजर सतपाल की शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज करके आरोपित डॉ. सुनील वर्मा व उसके दो साथियों की तलाश की जा रही है। पीडि़त हरीश के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करा दिए हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही मामले की सच्चाई का पता चलेगा।