बिश्नोई गैंग के संपर्क में आ खीरा ने अपराध की दुनिया में रखा कदम, बना इंटर स्टेट अपराधी Panipat News
पुलिसकर्मियों पर मिर्ची स्प्रे करके साथियों के साथ भागने वाला बदमाश खीरा बिश्नोई गैंग के संपर्क में आकर अपराध की दुनिया में कदम रखा था।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। कुख्यात अपराधी सुनील उर्फ खीरा अपने अपराधों के चलते लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया था। इसके बाद उसने हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान आदि में 12 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया। अपराध की दुनिया में जड़ें जमाने के बाद उसने अपना गिरोह भी बना लिया, जिसमें अंकुश कमालपुर व अंकित पलवल सहित अन्य बदमाशों को शामिल किया। पलवन सहित अन्य क्षेत्रों की पुलिस के लिए भी वांटेड रहे अंकित ने अपने पिता के हत्यारों को मौत के घाट उतारने के लिए खीरा से हाथ मिलाकर एक आरोपित की हत्या की।
यह पर्दाफाश राजस्थान से प्रोडक्शन वारंट पर खीरा, अंकित व अंकुश कमालपुर को लेकर आई सीआइए वन ने 12 दिन के रिमांड के दौरान किया। सोमवार को यह रिमांड खत्म होने पर तीनों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मंगलवार को उन्हें पलवल पुलिस ले जा सकती है। बता दें कि यमुनानगर पुलिस जगाधरी जेल में हत्या के मामले में बंद आरोपित सुनील उर्फ खीरा वासी भादड़ जिला पानीपत व हाल ही में कर्ण विहार करनाल वासी को कोर्ट में पेश करने के लिए लेकर आई थी। यहां से वापस जाते समय नए बस अड्डे पर तीन हथियारबंद बदमाश बाइक पर आए और पुलिस कर्मियों पर मिर्ची स्प्रे करने के बाद गोली मारकर खीरा को छुड़ा ले गए थे।
सोमवार को सीआइए वन प्रभारी दीपेंद्र राणा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि नए बस अड्डे पर खीरा को छुड़ाने के बाद पलवल में हत्याकांड को अंजाम दिया गया। इसके अलावा अंकुश कमालपुर, अंकित आदि ने मिलकर अंबाला में सुनील जैन ज्वेलर्स की भी हत्या की थी। तीनों पर हरियाणा के अन्य जिलों के साथ-साथ दिल्ली व राजस्थान में लूटपाट व हत्या के प्रयास के भी 12 से अधिक मामले दर्ज हैं।
21 सितंबर को मंजीत चढ़ा था पुलिस के हत्थे
गुप्त सूचना के आधार पर सेक्टर-6 ग्रीन बेल्ट टी प्वाइंट से खीरा के साथी मंजीत उर्फ बिन्ना वासी करनाल को नाजायज शस्त्र सहित पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस बात का पर्दाफाश हुआ कि उसने अंकुश कमालपुर व अंकित वासी पलवल के साथ मिलकर रिश्ते में मौसी के लड़के सुनील उर्फ खीरा को पुलिस से छुड़वाया था।