आंखों का रखें ख्याल : एक हजार में से 400 बुजुर्ग मोतियाबिद से पीड़ित
जागरण संवाददाता पानीपत पहले ²ष्टि फिर सृष्टि इसी थीम में वीरवार को विश्व ²ष्टि दिवस मनाय
जागरण संवाददाता, पानीपत :
पहले ²ष्टि फिर सृष्टि, इसी थीम में वीरवार को विश्व ²ष्टि दिवस मनाया जाएगा। जिले की लगभग एक चौथाई आबादी ²ष्टिदोष से पीड़ित है। 16 वर्ष से कम आयु के लगभग 0.8 प्रति हजार बच्चे व किशोर ²ष्टिहीनता से पीड़ित हैं। प्रति हजार में लगभग 400 बुजुर्गों की आंखों में मोतियाबिद है। आंखों की सही देखभाल करने से नेत्र रोगों का खतरा 75 फीसद कम हो जाता है।
राष्ट्रीय अंधत्व और अल्प ²ष्टि नियंत्रण कार्यक्रम की जिला नोडल अधिकारी डा. शशि गर्ग ने दैनिक जागरण को बताया कि विश्व ²ष्टि दिवस प्रतिवर्ष अक्टूबर के द्वितीय वीरवार को मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में एक अप्रैल से सितंबर 2020 तक कुल 6615 मरीज जांच कराने पहुंचे। इनमें से 6179 की आंखों में दिक्कत (एलर्जी, जलन, पलकों पर फुंसी, आंखों में गंदगी रहना आदि) थी। 13 मरीजों को चिह्नित कर मोतियाबिद का आपरेशन किया गया। इस अंतराल में 423 नवजात शिशुओं की आंखों की स्क्रीनिग की गई।
डा. गर्ग के मुताबिक कोरोना महामारी के चलते कई माह सर्जरी बंद कर दी गई थी। अब पुन: शुरू करा दी है। वीरवार को भी ओपीडी में आंखों की जांच के लिए विशेष शिविर लगेगा। सीएचसी-पीएचसी में भी पांफलेट के जरिए लोगों को आंखों की देखभाल के विषय में जागरूक किया जाएगा।
ऐसे रखें अपनी आंखों का ख्याल
-हर छह माह में आंखों का चेकअप कराएं।
-सुबह उठकर व रात को सोने से पहले आंखों को साफ पानी से धोएं।
-तेज धूप, ठंडी हवा से आंखों को बचाएं।
-अच्छी क्वालिटी का चश्मा पहनें।
-आतिशबाजी, तीर कमान, गिल्ली डंडा खेलते समय सावधानी बरतें।
-आंखों में कुछ गिर जाएं तो रगडें नहीं, साफ पानी से धोएं।
-पढ़ते समय किताब को आंखों से डेढ़ फीट की दूरी पर रखें।
-पढ़ने वाले स्थान पर पर्याप्त प्रकाश होना चाहिए।
घंटों स्क्रीन के सामने न बैठें
नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. केतन भारद्वाज ने बताया कि कंप्यूटर, मोबाइल फोन और टीवी की स्क्रीन पर घंटों नजरें टिकाए रखना बहुत हानिकारक है। आखों में सूखापन की समस्या हो जाती है। निजात पाने के लिए हर 20 मिनट बाद 20 सेकेंड के लिए 15-20 फीट की दूरी पर रखी किसी चीज को गौर से देखें। 20 सेकेंड के लिए अपनी पलकों को को भी झपका सकते हैं।