Karwa Chauth 2020: एक रुठ जाए तो दूसरा मनाए, जीवनसाथी संग जिंदगी का सफर यूं ही बढ़ता जाए
मेरा तो मानना ये है कि एक अगर रुठे तो दूसरे को मना लेना चाहिए। हमारी जिंदगी तो ऐसे कटी है कट रही है। कभी शिकायत का मौका न दें। जिंदगी की गाड़ी तभी चल सकती है जब दोनों में बराबर समझ हो।
जागरण संवाददाता, पानीपत। आज करवाचौथ का व्रत है। बाजार गुलजार हैं। जिस चौराहें पर नजर डालें, वहां मेहंदी लगाने वाले मौजूद हैं। ब्यूटी पार्लर भरे हैं। विधायक की पत्नी नीरू विज हों या फिर सीए इंद्रजीत गेरा की पत्नी अंजू गेरा। सिंगला पैलेस के मालिक अभय सिंगला की पत्नी आरती सिंगला हो या फिर मेयर अवनीत कौर। इस दिन को विशेष बनाने के लिए तैयारी कर चुकी हैं। विधायक प्रमोद विज करवाचौथ से एक दिन पहले चंडीगढ़ में थे। नीरू विज को विश्वास है कि करवाचौथ के दिन चाहे कहीं रहें, चांद निकलने तक उनके पास पहुंच जाएंगे। आप भी जानिये, इन दंपतियों की कहानी। दांपत्य जीवन कैसे सुखमय बीते, क्या है इनकी सलाह..।
39 साल हो गए वैवाहिक जीवन के : शहर के विधायक प्रमोद विज से दैनिक जागरण ने बात की तो उन्होंने बताया कि वह चंडीगढ़ में हैं। करवाचौथ के दिन पानीपत में जरूर होंगे। उनकी शादी हिसार में नीरू के साथ हुई थी। 39 साल हो गए वैवाहिक जीवन के। ऐसा लगता है कि जैसे कल की ही बात हो। सुखी दांपत्य जीवन पर उनका एक सूत्र वाक्य है, अगर आपका साथी गुस्से में है तो आपको चुप हो जाना चाहिए। आपका साथी थोड़ी देर में एहसास कर लेगा कि उसने गलती की है। अगर दोनों ही एक बार में गुस्सा हो जाएंगे तो विवाद बढ़ना तय है। आजकल के बच्चों में संयम नहीं है। नीरू ने हमेशा मेरा साथ दिया। जब बिजनेस संभालता था, तब पत्नी ने घर संभाला। हां, समाजसेवा में एकसाथ रहते थे। नीरू तब इनरव्हील क्लब में थी और मैं रोटरी क्लब में। अब राजनीति में हूं तो समाजसेवा के कामों में पत्नी आगे रहती है। नीरू विज का कहना है, उन्होंने कभी प्रमोदजी को नाराज होते नहीं देखा।
छोटी-छोटी बातों को भूलाकर हमेशा आगे की सोचनी चाहिए : मॉडल टाउन में रहती हैं अंजू गेरा। सामाजिक संगठनों से जुड़ीं अंजू के पति इंद्रजीत गेरा चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं। हिसार में अंजू का मायका और पानीपत में ससुराल। दो बेटे हैं। दोनों बाहर पढ़ते थे। लॉकडाउन के बाद पानीपत में ही हैं। अंजू कहती हैं, इस बार उनका 25वां करवाचौथ का व्रत होगा। इस दिन का पूरे वर्ष इंतजार रहता ही है। मुङो समाजसेवी कार्यों में भाग लेने का शौक था। इस वजह से इंद्रजीत भी साथ देने लगे। वह खुद एक क्लब से जुड़े हैं। कई बार दोनों का एक जैसा प्रोजेक्ट हो जाता है। जैसे पिछले दिनों एंबुलेंस वितरण का कार्यक्रम था।
जिंदगी के दो पहियों की तरह हैं पति-पत्नी : सुखदेव नगर में रहती हैं आरती सिंगला। सबको रोशनी फाउंडेशन की महिला यही संभालती हैं। आरती इस बार 14वां करवाचौथ का व्रत रखेंगी। उनके पति अभय सिंगला, सिंगला पैलेस संभालते हैं। दो बेटियों की मां आरती कहती हैं, जिंदगी के दो पहियों की तरह हैं पति-पत्नी। एक भी अगर ठीक न चले तो दूसरा पहिया भी आगे नहीं बढ़ सकता। इसलिए तालमेल तो होना ही चाहिए। पति ने उन्हें कभी समाजसेवा कार्यों से नहीं रोका। वह खुद भी उनकी मदद के लिए आगे आ जाते हैं। ऐसा कई बार हुआ है। सबको रोशनी फाउंडेशन की महिला ¨वग मिली तो उन्होंने महिलाओं को लॉकडाउन में जोड़े रखा। कई रचनात्मक काम किए गए। इसमें पति ने भी सहयोग दिया।