ITI Admission: छात्रों में नहीं दिखा रुझान, 5 काउंसलिंग के बाद भी 100 से ज्यादा सीटें वेकेंट
करनाल में आइटीआइ के दाखिले के लिए छात्रों में रूझान नहीं दिख रहा है। जिसका नतीजा है कि पांच काउंसलिंग के बाद भी 100 से ज्यादा सीटें खाली है। बाजार में रोजगार की डिमांड के अनुसार अधिकतर युवाओं ने आनलाइन मेरिट के आधार पर ट्रेडों पर दाखिला ले लिया है।
करनाल, जागरण संवाददाता। आइटीआइ में दाखिलों को लेकर इस बार संस्थान में विद्यार्थियों ने रुझान कम दिखाया है। कोरोना महामारी की घोषणा से पहले जहां सरकारी आइटीआइ में सीट भरने के साथ-साथ वेटिंग की लंबी लाइन लगती थी। इस बार ऐसा नहीं है। कुंजपुरा रोड स्थित बाबू मूल चंद जैन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में आनलाइन पोर्टल पर मेरिट के आधार पर चार काउंसलिंग में सीटें नहीं भरी जा सकी जबकि 28 नवंबर के बाद तीन दिन ओपन काउंसलिंग के बावजूद सीटें खाली हैं। 31 ट्रेडों की 63 यूनिट के लिए 1320 सीटों पर 1212 दाखिले ही हो सके हैं। अभी तक 108 सीटें वेकेंट हैं।
मार्केट में रोजगार के अनुसार सीट फुल
बाजार में रोजगार की डिमांड के अनुसार अधिकतर युवाओं ने आनलाइन मेरिट के आधार पर ट्रेडों पर दाखिला ले लिया है। अक्टूबर माह से शुरू हुए दाखिले के दौरान इलेक्ट्रिशियन, स्टेनो, वेल्डिंग, फिटर, डीजल मैकेनिक आदि ट्रेडों पर लगभग दाखिले हो चुके हैं। आइटीआइ में खाली ट्रेडों में टर्नर (एससीवीटी), फाउंडरी मैन, ब्लाक चेन, फुटवेयर मेकर, लेदर गुड्स मेकर, पेंटर, प्लास्टिक प्रोसेसिंग में विद्यार्थियों ने कम रुझान दिखाया और इनमें अभी सीट वेकेंट हैं।
न्यू एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों की कक्षाएं शुरू
बाबू मूल चंद जैन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि ओपन काउंसलिंग के बाद लगभग सीटों पर विद्यार्थियों के दाखिले हो चुके हैं। शुरुआत में दाखिलों की गति धीमी थी लेकिन चार काउंसलिंग के बाद ओपन काउंसलिंग में अधिक बच्चों ने इच्छा जताई है। 1320 सीटों पर 1212 दाखिले हो चुके हैं और 108 सीटें वेकेंट हैं। न्यू एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों ने कक्षाओं में बैठना शुरू कर दिया है। शुरुआत में दस्तावेज जमा करवाने के साथ-साथ अनुशासन का पाठ पढ़ाया जा रहा है। वेकेंट सीटों को भरने के लिए उच्चाधिकारियों के आदेशों की पालना की जाएगी।