अंकुश कमालपुर गैंग ने फायरिंग कर कैथल के व्यापारी से मांगी थी 50 लाख की रंगदारी, विदेश से चल रहा गैंग
कैथल में अंकुश कमालपुर गैंग ने फायरिंग कर व्यापारी से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी। पुलिस ने अंकुश सहित पांच अन्य आरोपितों को किया गिरफ्तार। वर्ष 2019 से करनाल जेल में बंद है बदमाश अंकुश कमालपुर। विदेश से अंकुश कमालपुर का चचेरा भाई सुमित उर्फ मीतू गैंग चला रहा।
कैथल, जागरण संवाददाता। सीआइए वन पुलिस ने पूंडरी में एक व्यापारी से फायरिंग पर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में पांच ओर आरोपितों को गिरफ्तार किया है। तीन दिन पहले करनाल जेल में बंद कमालपुर गांव के अंकुश को प्रोडक्शन वारंट पर कैथल लाया गया था। इसके बाद आरोपित को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया। आरोपित ने पुलिस पूछताछ में अहम खुलासा किया है। इस वारदात को अंकुश कमालपर गैंग के सदस्यों ने अंजाम दिया।
अंकुश कमालपुर गैंग को उसका चचेरा भाई सुमित उर्फ मीतू चला रहा है, जो विदेश में छिपा हुआ है। इस मामले में सीआइए वन पुलिस ने व्यापारी पर फायरिंग करने वाले यमुनानगर के गांव दुसानी निवासी आशुतोष उर्फ कालू, इसी जिले के गांव कलारी निवासी चंद्रप्रकाश उर्फ चंद्र, कलानौर निवासी सुखदेव उर्फ सुखा, पूंडरी निवासी रोबिन व करनाल के गांव बुडेडा खालसा निवासी अमित उर्फ मीतू को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि आशुतोष उर्फ कालू को हथियार व मोटरसाइकिल अमित ने उपलब्ध करवाई थी और जिस दुकान पर गोली चलानी थी वह दुकान भी अमित ने ही बताई थी।
डीएसपी रविंद्र सांगवान ने बताया कि आरोपित अंकुश वर्ष 2019 में से जेल में बंद है। हत्या, मारपीट सहित अन्य कई बड़े संगीन अपराध के मामले आरोपित पर दर्ज हैं। अंकुश कमालपुर के नाम से यह गैंग हैं, जो उसका चचेरा भाई सुमित उर्फ मीतू व उसका दूर का रिश्तेदार विरेंद्र इस गैंग को चला रहे हैं। इस गैंग में शामिल आरोपित साहिल भी करनाल जेल में ही बंद है। कुछ दिन पहले वह पेशी पर जेल से बाहर आया था, इसके बाद उसने बाहर आकर इस वारदात को अंजाम देने के लिए गैंग के साथियों को सूचना दी थी। इसके बाद इस वारदात को आरोपितों ने अंजाम दिया।
ये था मामला
16 नवंबर की सुबह हाबड़ी-पूंडरी रोड पर करियाना की दुकान चलाने वाले पूंडरी निवासी प्रतीक नागपाल अपनी दुकान को खोल कर सफाई कर रहा था। एक बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर आए दो युवकों उसे पर्ची थमाई। इसमें अंकुश कमालपुर गैंग और 50 लाख रुपये पहुंचा दे लिखा हुआ था। आरोपितों द्वारा पिस्तौल से गोली चलाकर प्रतीक पर जानलेवा हमला भी किया गया। इसके बाद दोनों आरोपित मौके से फरार हो गए थे। प्रतीक की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। इस घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी लोकेंद्र सिंह ने मौके का दौरा किया था। सीआइए वन पुलिस थाना को इसकी जांच सौंपी थी। पुलिस अंकुश को प्रोडक्शन वारंट पर कैथल लेकर आई थी। पूछताछ के आरोपित आरोपित ने इस वारदात का खुलासा किया