29 घंटे बाद खुला जींद-कैथल मार्ग, शब्दाई नाथ के आत्महत्या से जुड़ा है मामला
जींद के गांव पेगां काला पीर डेरे के महंत शब्दाई नाथ के आत्महत्या मामले में एसआइटी गठित कर दी गई है। अधिकारियों से बातचीत के आधार पर ही 29 घंटे के बाद खोला जाम। शब्दाई नाथ के बेटे को पुलिस सुरक्षा देने का आश्वासन। आज देंगे समाधि।
अलेवा (जींद), संवाद सहयोगी। जींद के गांव पेगां काला पीर डेरे के महंत शब्दाई नाथ की मौत के मामले में डीएसपी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में (विशेष जांच दल) एसआइटी का गठन कर दिया है। जींद-कैथल मार्ग पर जाम लगा रहे ग्रामीणों के बीच सोमवार शाम उचाना एसडीएम डा. राजेश कोथ, एएसपी कुलदीप ङ्क्षसह पहुंचे। अधिकारियों व थुआ तपा के प्रतिनिधियों के बीच में करीब ढाई घंटे बातचीत चली।
शुरुआत में ग्रामीण कोथ कलां डेरे के महंत शुकराई नाथ सहित दूसरे आरोपितों की गिरफ्तारी की बात पर अड़े रहे। बाद में अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाया कि सुसाइड नोट की लैब से रिपोर्ट आना शेष है।
ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस पर भी अविश्वास जताया तो एएसपी कुलदीप ङ्क्षसह ने डीएसपी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में एसआइटी का गठन का कर दिया और महंत शब्दाई नाथ के बेटे नंदाई नाथ को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण शव उठाने पर सहमत हो गए।
29 घंटे बाद जींद-कैथल नेशनल हाईवे को ग्रामीणों ने खोल दिया। अब मृतक महंत शब्दाई नाथ को मंगलवार को समाधि दी जाएगी। ग्रामीणों ने साफ चेताया कि अगर एक सप्ताह के अंदर नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो थुआ-तपा आगामी रणनीति बनाकर आंदोलन का बिगुल फूंक देगा।
एसडीएम राजेश खोथ ने बताया कि ग्रामीणों ने एसआइटी के गठन, महंत नंदाई नाथ को सुरक्षा, आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की थी। डीएसपी जितेंद्र के नेतृत्व में एसआइटी का गठन कर दिया गया है। महंत नंदाई नाथ को सुरक्षा उपलब्ध करा दी गई है। नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें छापा मारी कर रही हैं।