पेट्रोल पंप से गाड़ी में तेल डलवाकर जीजा-साले ने लगा दी लाखों की चपत, ऐसे करते थे धोखाधड़ी
कैथल में जीजा-साले ने पेट्रोल पंप मालिकों से धोखाधड़ी की। दो पेट्रोल पंपों से पांच बार वाहनों में तेल डलवा 15 हजार हड़प लिए। आरोपित जीजा फोन पे कंपनी में कार्यरत है। उस पर कैथल करनाल व कुरुक्षेत्र में पेट्रोल पंपों पर फोन-पे क्यूआर कोड लगवाने की जिम्मेदारी है।
कैथल, जेएनएन। थाना गुहला क्षेत्र के दो पेट्रोल पंपों से तेल के बाद फोन-पे के माध्यम से 15 हजार रुपये की धोखाधड़ी के आरोपित जीजा-साले को सीआइए-2 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फोन-पे कंपनी में कार्यरत करनाल के गांव मोहड़ी का सुशील और उसका साला साकरा का रहने वाला विशाल हैं। आरोपितों से दो मोबाइल फोन, एक मोटरसाइकिल, हड़पी गई पांच हजार की नकदी बरामद हुई है। आरोपितों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सीआइए-2 पुलिस थाने में डीएसपी सुनील कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि गांव खरकां निवासी हरनेंद्र पाल सिंह के गांव खरकां व चीका रोड गांव थेह बुटाना में अलग-अलग दो पेट्रोल पंप हैं। यहां पर उसने ग्राहकों की सुविधा के लिए पेट्रोल-डीजल डलवाने के बाद डिजिटल पेमेंट के लिए फोन-पे क्यूआर कोड स्थापित करवाए थे। पेट्रोल पंपों के मालिक हरनेंद्र पाल सिंह की शिकायत पर 10 अप्रैल को थाना गुहला में दर्ज केस के अनुसार पिछले कुछ दिनों से उसके खाते में गड़बड़ी मिली। पांच फर्जी ट्रांजेक्शनों की 15021 रुपये की नकदी उसके खाते में नहीं आई। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई। एसपी ने मामला संज्ञान में आने के बाद सीआइए-2 पुलिस को जांच सौंपी।
फोन-पे कंपनी में काम करता है सुशील
डीएसपी ने बताया कि सीआइए-2 पुलिस ने इसकी जांच करते हुए दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया है। करनाल के गांव मोहड़ी का सुशील कुमार करनाल में फोन-पे कंपनी का कर्मचारी बताया गया है। उसे कैथल, करनाल व कुरुक्षेत्र में पेट्रोल पंपों पर फोन-पे क्यूआर कोड लगवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, दूसरा आरोपित साकरा निवासी उसका साला विशाल है। सुशील ने बताया कि वह फोन-पे कंपनी में एफएसओ के पद पर काम करके पेट्रोल पंपों पर क्यूआर कोड लगाता है। उनका बैंक खाता, मोबाइल नंबरों आदि की डिटेल के अतिरिक्त सेल्समैन को विश्वास में लेकर उनसे फोन-पे कर्मचारी होने का फायदा उठाकर ओटीपी भी हासिल कर लिया।
ऐसे करता था ठगी
आरोपित सुशील ने अपनी आटा चक्की के नाम पर एक फोन-पे बिजनेस का खाता खोलकर अपने दो क्यूआर कोड लिए हुए हैं। सुशील ने अपने साले के साथ मिलकर पेट्रोल पंप पर जाकर वाहन में तेल डलवाता था। क्यूआर कोड को स्कैन करने का ढोंग रचने के बाद फोन में सेव किए गए आटा चक्की के क्यूआर कोड के माध्यम से धोखाधड़ी कर पैसे हड़प रहा था। थेह बुटाना व खरकां के अतिरिक्त संदीप फिलिंग स्टेशन पिहोवा व कृष्णा फिलिंग स्टेशन आहूं पर अक्टूबर 2020 से अप्रैल 2021 तक एक लाख पांच हजार रुपये की धोखाधड़ी की है।
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