जाटल रोड एसटीपी का पानी फैक्ट्री या किसानों को देगा विभाग
सिवाह के बाद अब जाटल रोड स्थित एसटीपी (सीवर ट्रीटमेंट प्लांट) का पानी का फिर से इस्तेमाल करने के लिए इंडस्ट्री या किसानों को दिया जाएगा।
जगमहेंद्र सरोहा, पानीपत : सिवाह के बाद अब जाटल रोड स्थित एसटीपी (सीवर ट्रीटमेंट प्लांट) का पानी का फिर से इस्तेमाल करने के लिए इंडस्ट्री या किसानों को दिया जाएगा। जनस्वास्थ्य विभाग इसकी योजना बनाएगा। शहरी विधायक ने प्रदेश सरकार से इसकी मंजूरी कराने का भरोसा दिलाया है।
शहरी विधायक प्रमोद विज शुक्रवार दोपहर बाद करीब 3 बजे जाटल रोड स्थित 30 एमएलडी कैपेसिटी के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे। उनके साथ पार्षद लोकेश नांगरू और अश्वनी धींगड़ा भी रहे। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एक्सईएन विकास सिगरोहा और एसडीओ भूपेंद्र सिंह इसकी सूचना मिलने पर पहुंचे। विधायक ने कार्यालय में रजिस्टरों की जांच करने के बाद एसटीपी की वर्किंग जानी। वे यहां पर करीब दो घंटे तक रहे। उन्होंने इस दौरान पानी के बारे में विस्तार से जानकारी ली। 1.7 करोड़ लीटर पानी हर रोज करते हैं ट्रीट
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एक्सईएन विकास सिगरोहा और एसडीओ भूपेंद्र सिंह ने बताया कि जाटल रोड पर 20 औ 10 एमएलडी कैपेसिटी के दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट वर्किंग में हैं। यहां हर रोज करीब 1.7 करोड़ लीटर पानी ट्रीट किया जाता है। इस प्लांट में मॉडल टाउन और शहर के रेलवे लाइन के पश्चिम दिशा के सीवर का पानी आता है। इसकी कैपेसिटी गत वर्ष ही बढ़ाई गई है। जिस पर करोड़ रुपये की लागत आई। पानी को ड्रेन में छोड़ देते हैं
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एक्सईएन विकास सिगरोहा ने बताया कि एसटीपी से पानी ट्रीट करने के बाद आगे ड्रेन में छोड़ देते हैं। विधायक ने इसके फिर इस्तेमाल करने के बारे में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि इसको खेती और इंडस्ट्री में जरूरत अनुसार प्रयोग किया जा सकता है। सीएम ने सिवाह एसटीपी का किया था निरीक्षण
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दूसरी पारी की शुरू करने के बाद गत दिनों सिवाह स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया था। पानीपत डायर्स एसोसिएशन के प्रधान भीम राणा ने डाइंग उद्योग को ट्रीट पानी देने की मांग रखी थी। इससे पहले दैनिक जागरण के मंच से इसकी आवाज उद्यमियों ने उठाई थी। मुख्यमंत्री ने डाइंग यूनिटों को एसटीपी का पानी देने की योजना बनाने के आदेश दिए थे। सिचाई विभाग को इसका प्रस्ताव बनाने के आदेश दिए हैं। वर्जन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल संरक्षण के लिए प्रयासरत हैं। पानीपत में करोड़ों लीटर पानी एसटीपी पर ट्रीट किया जाता है और फिर नालों में छोड़ दिया जाता है। इस तरह से पैसा और पानी दोनों बरबाद हो रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिवाह एसटीपी का पानी डाइंग यूनिटों को देने के आदेश दिए हैं। जाटल रोड एसटीपी का पानी इंडस्ट्री या किसानों को दिया जाएगा।
प्रमोद विज, विधायक, पानीपत शहर।