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Gita Jayanti Mahotsav 2021: धर्मनगरी में जुटने लगे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकार, 19 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र में संस्‍कृति का संगम

Gita Jayanti Mahotsav 2021 कुरुक्षेत्र में आज से गीता जयंती महोत्‍सव (Gita Jayanti Mahotsav 2021) की शुरुआत हो रही है। हरियाणा के पर्यटन व शिक्षा मंत्री कंवरपाल सरस और शिल्‍प मेले का शुभारंभ करेंगे। महोत्‍सव में राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय कलाकार जुटने लगे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 01:59 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 01:59 PM (IST)
Gita Jayanti Mahotsav 2021: धर्मनगरी में जुटने लगे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकार, 19 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र में संस्‍कृति का संगम
अंतरराष्‍ट्रीय गीता महोत्‍सव की आज से शुरुआत।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 (Gita Jayanti Mahotsav 2021) का आगाज कुछ ही देर में ब्रह्मसरोवर सरस और क्राफ्ट मेले के साथ होगा। यहां करीब 400 स्टाल लगाए जाएंगे। कुछ लोगों ने अपने स्टाल सजाने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में ब्रह्मसरोवर में महोत्सव का नजारा दिखने लगा है। दो से 19 दिसंबर तक मेला चलेगा। इस बार आयोजन का थीम आजादी का अमृत महोत्सव होगा।

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पर्यटन मंत्री कंवरपाल आज करेंगे मेले का उद्घाटन

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 में विश्व की संस्कृति के बहुरंग नजर आएंगे। शिल्प और सरस मेले का उद्घाटन वीरवार को प्रदेश के पर्यटन व शिक्षा मंत्री कंवरपाल करेंगे। डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि शिल्प व सरस मेला 19 दिसंबर तक चलेगा।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों से विश्व के हर मानव को कर्म करने का संदेश मिल रहा है। इन उपदेशों को जीवन में धारण करने से मानव का जीवन सफल हो जाएगा। इसलिए विश्व के हर मानव तक पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को पहुंचाने के लिए गीता स्थली कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव जैसे पर्वो का आयोजन किया जा रहा है। धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पावन भूमि को भारतीय संस्कृति की क्रीड़ा स्थली होने का गौरव प्राप्त है। इसी भूमि में पावन सरस्वती नदी के तटों पर वेदों, उपनिषदों और पुराणों की रचना हुई।

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में कुरुक्षेत्र आगमन के दौरान कुरुक्षेत्र को गीता स्थली के रूप में पहचान दिलाने की बात कही थी। उनके इस विजन के बाद सरकार ने गीता जयंती महोत्सव को 2016 अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का दर्जा दिया।

सरस व शिल्प मेला आज से लगेगा

दो दिसंबर को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों व शिल्पियों का संगम-शिल्प सरस मेला लगाया जाएगा। यह 19 दिसंबर तक चलेगा। वीरवार शाम को 4.30 बजे भजन संध्या, पुरुषोत्तमपुरा बाग व सन्निहित सरोवर पर शाम 5.30 बजे महाआरती का आयोजन किया जाएगा।

दूतावासों पर प्रदर्शनी लगाने की तैयारी

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का प्रचार विभिन्न देशों के दूतावासों पर प्रदर्शनी के माध्यम से किया जाएगा। विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी गीता जयंती महोत्सव कराने विचार किया जाएगा।

महोत्सव में आनलाइन जुड़ें 25 देशों के लोग

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को इंटरनेट मीडिया पर भी लाया जा रहा है। अमेरिका, यूके व कनाडा सहित 25 देशों के 3.50 लाख लोग इससे जुड़े हैं। 2.30 लाख लाइक आए हैं और 38 हजार ने हिट किया है। गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि लोगों के जुड़ने से इसका स्वरूप और बेहतर हो जाएगा।

प्रधान सचिव डी सुरेश ने लिया हरियाणा पवेलियन की तैयारियों का जायजा

हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रधान सचिव डी सुरेश ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2021 में हरियाणा पैवेलियन की तैयारियों का जायजा लिया। यह पैवेलियन हर बार पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहता है। प्रधान सचिव डी सुरेश ने कहा कि यह पवेलियन नौ से 14 दिसंबर तक लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ हरियाणा की संस्कृति से रू-ब-रू कराएगा। इससे पहले प्रधान सचिव डी सुरेश ने हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की निदेशक प्रतिमा चौधरी, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय बसीन, हरियाणा प्रचार ओएसडी गजेंद्र फौगाट से इसकी पूरी जानकारी ली। प्रधान सचिव ने कहा कि हरियाणा पवेलियन अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में लोगों के मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। इस पवेलियन में हरियाणा के खान-पान, परंपरागत रीति रिवाजों के साथ-साथ हरियाणा के सांस्कृतिक झरोखे नजर आएंगे। पवेलियन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इसे भव्य बनाया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव समिति के गठन की घोषणा

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के लिए अलग से समिति गठित की जाएगी। इसे रजिस्टर्ड भी कराया जाएगा। इसका नाम अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव समिति रखा है। जानकारों की माने तो समिति के गठन के बाद कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) की शक्तियां घटेंगी। अब तक गीता महोत्सव का केंद्र केडीबी रहा है। समिति बनने से केडीबी इसकी सहयोगी रहेगी। सीएम ने गीता महोत्सव समिति बनाने की घोषणा की।

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