कुरुक्षेत्र में होगा अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव, बस रखना होगा ये ख्याल
अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव की झंडी मिल गई है। बस इस गीता जयंती महोत्सव के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा। इसके लिए प्रशासन ने भी तैयारी शुरू कर दी है। गीता जयंती महोत्सव 17 से 25 दिसंबर को मनाई जाएगी।
कुरुक्षेत्र, जगमहेंद्र सरोहा। अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव की झंडी मिल गई है। कोरोना काल में गाइडलाइनों को पालन कर इसका आयोजन किया जाएगा। इस बार गीता जयंती महोत्सव 17 से 25 दिसंबर को होगा। इस बार क्राफ्ट मेला नहीं लगाया जाएगा। गीता यज्ञ में भी 125 लोग ही शामिल हो सकेंगे। गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज की देखरेख में कार्यक्रम किया जाएगा।
सरकार ने वरिष्ठ आइएएस अधिकारी डा. जी अनुपमा को इसका नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीईओ अनुभव मेहता, मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा और पूर्व सदस्य सौरभ चौधरी की बैठक ने पूरे कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया है। इसका पूरा प्रस्ताव बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजा गया है।
बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार गीता जयंती महोत्सव 17 से 25 दिसंबर को मनाई जाएगी। मुख्य कार्यक्रम 20 दिसंबर को होगा। इस दिन पुरुषोतमपुरा बाग ब्रह्मसरोवर पर प्रात: 10:30 बजे गीता यज्ञ होगा। यहां पांच कुंड बनाए जाएंगे। प्रत्येक कुंड में 25 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
जीयो गीता के अध्यक्ष गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी मुख्यातिथि तय करेंगे। गीता यज्ञ में शामिल 125 लोगों के नाम केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा तय करेंगे। ऑनलाइन कार्यक्रम पर फॉक्स होगा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 20 से 22 दिसंबर को गीता विषय पर एक वेबिनार होगा। इसकी रूपरेखा कुवि बनाएगी। वेबिनार में 200 लोग ही शामिल हो सकेंगे। इसके लिए एक मोटरेटर नियुक्त किया जाएगा। वेबिनार का सीधा प्रसारण किया जाएगा। स्कूली बच्चों की ऑनलाइन प्रतियोगिता कराई जाएगी। इसमें ऑनलाइन गीता चेटिंग की जाएगी।
इसके अलावा अन्य कार्यक्रम डिजिटल माध्यम से दिखाए जाएंगे। इसके लिए जिला प्रशासन, डीआइओ व एनआइसी फाइनल करेगा। बैठक में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आयोजन स्थल पर ही लाइटिंग कराने का फैसला लिया गया। इससे पूर्व ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर व ज्योतिसर तीर्थ स्थल पर भी लाइटिंग कराई जाती थी।
एक दिन संत सम्मेलन होगा
गीता महोत्सव के दौरान 23 या 24 दिसंबर को एक दिन संत सम्मेलन बुलाया जाएगा। जीयो गीता के अध्यक्ष स्वामी ज्ञानानंद महाराज संतों के नाम तय करेंगे। इसमें दो गज की दूरी के नियम का पालन किया जाएगा और 250 संतों को निमंत्रण दिया जाएगा। महोत्सव के दौरान महाआरती की जाएगी, लेकिन इस बार भजन संध्या नहीं की जाएगी। इसमें भी 200 लोगों को शामिल किया जाएगा। 20 से 25 दिसंबर को ज्योतिसर तीर्थ पर एक घंटे गीता पाठ किया जाएगा।
48 कोस कुरुक्षेत्र में दीप दान
इस बार धर्मनगरी कुरुक्षेत्र सहित 48 कोस कुरुक्षेत्र में भी कार्यक्रम किए जाएंगे 48 कोस में कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद व पानीपत के तीर्थ स्थल आते हैं। इसको लेकर संबंधित डीसी से वीसी पर चर्चा की जाएगी। इन तीर्थों पर लोगों की भीड़ जुटाए बिना दीपोत्सव किया जाएगा।