पिता को बल्ला थमा गेंदबाजी को धार दे रहे नवदीप, बोले- कोविड-19 से जंग में हर व्यक्ति देश के साथ
अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजी नवदीप सैनी इन दिनों घर पर ही रहकर गेंदबाजी को धार दे रहे हैं। पिता को बैट थमाकर गेंदबाजी का अभ्यास करने में डटे हैं।
पानीपत/करनाल, [यशपाल वर्मा]। लॉकडाउन में अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज नवदीप सैनी अपने तरावड़ी स्थित घर में ही रहकर टेनिस गेंद से गेंदबाजी को और धारदार बना रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 मुकाबले के बाद सुर्खियों में आए नवदीप फिटनेस पर भी पूरा जोर लगाए हुए हैं। इसके लिए योग और जिम रोजमर्रा में शामिल किया है। हालांकि गेंदबाजी के लिए स्थान अधिक चाहिए, लेकिन घर में ही कोविड-19 महामारी को आउट करने की फील्डिंग जमाए हैं। पिता के हाथ में बल्ला थमा अभ्यास कर रहे हैं।
योग के साथ जिम
कोरोना वायरस के कारण टोक्यो ओलंपिक एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है। दूसरी तरफ इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां सीजन तय नहीं हो पाया है। लॉकडाउन के कारण सभी क्रिकेट खिलाड़ी घर में समय व्यतीत कर रहे हैं। नवदीप ने बताया कि योग के साथ जिम करने के अलावा दौड़ भी लगा रहा हूं। गेंदबाजी की लय बरकरार रखने के लिए खान-पान का ध्यान जरूरी है। नवदीप के अनुसार खिलाड़ी खेले बिना नहीं रह सकता, लेकिन वायरस से लड़ना जरूरी है।
यह है दिनचर्या
गेंदबाज नवदीप ने बताया कि खान-पान में भी बदलाव किया है। पहले सुबह नाश्ते में उबले अंडों के साथ फल व दूध लेते थे। अब फल, दूध के साथ प्रोटीन ले रहे हैं। दोपहर में दाल चावल व रात को भी साधारण खाना खा रहे हैं। सुबह छह बजे जगकर घर में ही दौड़ लगाते हैं और सात बजे योग व जिम को समय दे रहे हैं। सुबह 9 बजे नाश्ते के बाद लैपटॉप से वरिष्ठ खिलाड़ियों से टिप्स ले रहे हैं।
150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार
नवदीप सैनी वर्ष 2013 से दिल्ली से रणजी खेलते रहे हैं। वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की ओर से आइपीएल खेल चुके हैं। पिछली बार आइपीएल में 11 विकेट लिये थे। टीम के खराब प्रदर्शन के बावजूद सैनी ने 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सबको प्रभावित किया था। दायें हाथ के गेंदबाज नवदीप को इन स्विंग और आउट स्विंग गेंद फेंकने में महारत हासिल है। सैनी ने वेस्टइंडीज की पारी के दौरान 20वें व अंतिम ओवर मेडन फेंककर विकेट लिया। इसके साथ ही वह भारत के ऐसे पहले गेंदबाज बन गए, जिसने टी-20 मैच में पारी का आखिरी ओवर मेडन फेंका।