बजट के अभाव में सिसकता इंटिग्रेटेड काउंसिलिग टेस्टिंग सेंटर
सिविल सर्जन ईएसआइ अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. शिव कुमार से मिले। अस्पताल का दौरा कर आइसीटीसी के लिए पर्याप्त जगह देने को कहा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) ने राज्य कर्मचारी बीमा (ईएसआइ) अस्पताल में इंटिग्रेटेड काउंसिलिग टेस्टिग सेंटर (आइसीटीसी) खोला हुआ है। सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने मंगलवार को सेंटर का निरीक्षण किया। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक से सेंटर के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध कराने को कहा।
आइसीटीसी दिसंबर 2019 में शुरू हुआ था। उद्देश्य श्रमिकों की मानव इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस संक्रमण (एचआइवी) जांच करना था। शुरुआत में लैब और काउंसिलिग कक्ष के लिए दो कमरे दिए थे। दोनों कमरे सटे होने से काम करना आसान था। अब लैब के लिए दूसरे कारिडोर में कक्ष दिया गया है। लैब टेक्निशियन राजेश को डेपुटेशन पर सिविल अस्पताल सहित दूसरे केंद्रों में भेजा जाता है। ऐसे में काउंसलर अंजू के लिए काउंसिलिग कक्ष छोड़कर, लैब आवागमन में परेशानी आती है। मामले की शिकायत सिविल सर्जन तक पहुंची थी।
मंगलवार को सिविल सर्जन ईएसआइ अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. शिव कुमार से मिले। अस्पताल का दौरा कर आइसीटीसी के लिए पर्याप्त जगह देने को कहा। इस मौके पर डा. ललित वर्मा भी साथ रहे।
कंप्यूटर-इंटरनेट तक नहीं
काउंसलर के मुताबिक 18 फरवरी 2021 तक 1830 श्रमिकों, उनके स्वजनों के सैंपल लिए गए हैं। इनमें से आठ की रिपोर्ट एचआइवी पॉजिटिव आ चुकी है। सेंटर को खुले 15 माह हो चुके हैं, कंप्यूटर-इंटरनेट सिस्टम तक नहीं है।
संचालन के लिए नहीं बजट
सेंटर संचालन के लिए बजट भी नहीं मिला है। इसका बड़ा कारण सिविल सर्जन और काउंसलर का संयुक्त बैंक खाता नहीं होना है। स्लाइड-किट सिविल अस्पताल से मांगी जा रही हैं, स्टेशनरी कर्मचारी अपनी पाकेट से खरीद रहे हैं।