किसान आंदोलन इनपुट : चढ़ूनी के साथ पानीपत में पड़ाव, आज दिल्ली कूच
जागरण संवाददाता पानीपत दिल्ली के लिए निकला किसानों का जत्था शाम 541 बजे करनाल सीमा से सट
जागरण संवाददाता, पानीपत : दिल्ली के लिए निकला किसानों का जत्था शाम 5:41 बजे करनाल सीमा से सटे गांव गांजबड़ से पानीपत में पहुंचा। कार, मिनी बस, ट्रैक्टर, बाइकों पर मौजूद काफिला शाम करीब सवा छह बजे बाबरपुर के पास टोल नाके पर पहुंच गए। अब यहीं पर पड़ाव डाल दिया गया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में किसान हाईवे पर ही साइडों पर बैठ गए हैं। रात को पानीपत में रुकेंगे। सुबह दिल्ली की तरफ रवाना होगा। यह ऐलान कर दिया है कि दिल्ली तो पहुंचकर ही रहेंगे। जहां पर पुलिस रोकेगी, वहीं पर धरना देकर बैठ जाएंगे। बाबरपुर से लेकर बड़ौली गांव तक चंडीगढ़ लेन पर दो किलोमीटर तक दो घंटे तक जाम लगा रहा। समालखा में करहंस से लेकर पुलिस लाइन तक भी जाम की स्थिति रही। दरअसल, यहां पर वाहनों को रोक लिया गया था।
भारी वाहन रवाना कर दिए
हाईवे पर सिवाह के नजदीक भारी वाहनों को पुलिस ने रोक दिया था। तीसरे पहर करीब तीन बजे केवल भारी वाहनों को ही करनाल की तरफ रवाना किया गया। कार जैसे दूसरे वाहनों को वहीं रोका गया। दरअसल, इसका मकसद ये था कि किसानों के जत्थे को किसी तरह प्रभावित किया जाए।
पानीपत में इसलिए रुके
क्योंकि अंबाला की तरफ से किसान आ रहे हैं। रोहतक की तरफ से भी पहुंच रहे हैं। पानीपत में काफिला बढ़ जाएगा। हजारों की संख्या में एकसाथ निकलेंगे। अनुमान है कि करीब सात हजार की संख्या में किसान एकत्र हो जाएंगे। पानीपत में अब तक टकराव की नौबत नहीं आई है। आराम से जाने दिया जा रहा है।