ट्रेनों में बढ़ने लगी भीड़, रेलयात्री परेशान, बंद दरवाजे खुलवाने के लिए करनी पड़ रही मशक्कत
Indian Railway News ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगी है। रेलयात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ रहा है। लोग कोच के दरवाजे पर खड़े होकर सफर करने को मजबूर हैं। अंबाला रेलवे स्टेशन से निकलने वाली ट्रेनों में सवार यात्री कोच के दरवाजे को बंद कर देते हैं।
अंबाला, जागरण संवाददाता। भारत में त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है। तो ऐसे में अब ट्रेनों में भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। ट्रेन नंबर 12232 चंडीगढ़-लखनऊ, 12238 जम्मूतवी-वाराणसी, 13308 फिरोजपुर-धनबाद गंगा सतलुज एक्सप्रेस व 15212 अमृतसर-दरभंगा जननायक एक्सप्रेस में सबसे बुरे हालात हैं। लोग कोच के दरवाजे पर खड़े होकर सफर करने को मजबूर हैं। वहीं रात के समय छावनी रेलवे स्टेशन से निकलने वाली ट्रेनों में सवार यात्री कोच के दरवाजे को बंद कर देते हैं और इस कारण बीच रास्ते के यात्री इन ट्रेनों में सवार नहीं हो पाते।
ऐसे ही कुछ यात्रियों ने ट्रेन का दरवाजा बंद होने की लिखित शिकायत स्टेशन मास्टर के पास भी की है। दूसरी तरफ आरपीएफ व जीआरपी कर्मचारी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सतर्कता बरत रहे हैं। योजनाबद्ध तरीके से यात्रियों को ट्रेन में चढ़ाने के अलावा भीड़ कंट्रोल करने के लिए भी अलग-अलग टीमें तैनात की गई हैं जो ट्रेनों के दरवाजे खुलवाने में भी सहयोग कर रही है।
चेन पुलिंग को लेकर विशेष ध्यान
ट्रेनों में चेन पुलिंग को लेकर आरपीएफ भी होली के मद्दनेजर विशेष अभियान चला रही है। जिन प्लेटफार्म या स्थानों पर अधिक चेन पुलिंग होती है। वहां पर विशेष टीम पहले से ही तैनात की गई है। ऐसे लोगों की धरपकड़ कर उनसे जुर्माना वसूला जाएगा। साथ ही उन्हें इस जुर्म में जेल की हवा भी खानी पड़ेगी। जानकारी अनुसार रोजाना 4 से 5 केस चेन पुलिंग के आरपीएफ के पास आ रहे हैं।
ट्रेनों के संचालन पर पड़ता है असर
चेन पुलिंग के कारण ट्रेनों पर गहरा असर पड़ता है। जिन ट्रेनों की चेन खींची जाती है। वह समय पर स्टेशनों पर नहीं पहुंच पाती और यह देरी पूरे रूट पर बढ़ती ही जाती है। हालांकि ट्रेन के चालक व परिचालक प्रभावित समय को पूरा करने के लिए पुरजोर प्रयास भी करते हैं। लेकिन इसके बाद भी कई बार ट्रेन लेट हो जाती है।
बरत रहे हैं सतर्कता
जीआरपी प्रभारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि होली को लेकर पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है। भीड़-भाड़ वाली ट्रेनों में विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इस कार्य में महिला कर्मचारियों की भी मदद ली जा रही है। रात के समय चलने वाली ट्रेनों की विशेष निगरानी की जा रही है ताकि अप्रिय घटना को रोका जा सके। आरपीएफ व जीआरपी कर्मचारी पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं।