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Tokyo Olympics : ओलिंपियन सुरेंद्र ने मां को पहनाया ओलिंपिक मेडल, खुशी से ढोल की थाप पर खूब झूमीं

भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी ओलिंपियन सुरेंद्र कुमार पालड़ कुरुक्षेत्र में अपने घर पहुंचे। यहां पर प्रशंंसकों ने उनका जोर शोर से स्‍वागत किया। सुरेंद्र बोले-देश के लिए पदक जीतने का सपना किया पूरा। इस दौरान उनकी मां खुशी से झूमीं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 12 Aug 2021 11:35 AM (IST)Updated: Thu, 12 Aug 2021 11:35 AM (IST)
Tokyo Olympics : ओलिंपियन सुरेंद्र ने मां को पहनाया ओलिंपिक मेडल, खुशी से ढोल की थाप पर खूब झूमीं
मां को मेडल पहनाते हॉकी खिलाड़ी ओलिंपियन सुरेंद्र।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। टोक्यो ओलिंपिक से पदक जीतकर लौटी भारतीय हाकी टीम के खिलाड़ी कुरुक्षेत्र के लाल सुरेंद्र कुमार पालड़ का जोरदार स्‍वागत किया गया। भारी प्रशंंसकों की भीड़ के बीच सुरेंद्र घिरे हुए थे। बेटे के आने की खुशी में मां घर के बाहर इंतजार कर रही थी। घर पहुंचते ही सुरेंद्र ने मां नीलम देवी के गले में ओलिंपिक मेडल पहनाया। इस पल ने हर किसी को भावुक कर दिया। 

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बेटे के इंतजार में घर के गेट पर खड़ी मां भी इस खुशी से ढोल की थाप पर खूब झूमीं। मां ने कहा कि बेटे ने देश की झोली में पदक डालकर उनके सभी सपने पूरे कर दिए। इससे पहले धर्मनगरीवासियों ने भी टोक्यो ओलिंपिक में पदक लेकर लौटे सुरेंद्र पालड़ के स्वागत के लिए पलक पांवड़े बिछा दिए।

बता दें कि भारतीय हॉकी टीम का जब मैच होता था तो सुरेंद्र की मां घर के बाहर कुर्सी में बैठी रहती थीं। वहीं पर भगवान से  टीम की जीत के लिए प्रार्थना करती रहती थीं। 

कुरुक्षेत्र में पहुंचने से पहले ही उमरी चौक पर पहुंचे सुरेंद्र का विधायक सुभाष सुधा के साथ शहरवासियों व विभिन्न संस्थाओं ने ढोल और बाजे के साथ स्वागत किया। इसके बाद खुली छत की कार में सवार सुरेंद्र को रोड शो निकालते हुए सेक्टर आठ में उनके घर तक लेकर पहुंचे। रास्ते में जगह-जगह सुरेंद्र पर फूल बरसाकर स्वागत किया गया। द्रोणाचार्य स्टेडियम में आयोजित सम्मान समारोह में उपायुक्त मुकुल कुमार, पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग और क्रीड़ा भारती के जिलाध्यक्ष डीपी चौधरी ने ओलिंपियन का स्वागत किया।

17 साल पहले लिया था संकल्प

द्रोणाचार्य स्टेडियम में पहुंचे सुरेंद्र कुमार ने कहा कि इसी स्टेडियम की मिट्टी को 17 साल पहले स्पर्श करके उन्होंने एक संकल्प लिया था। यह पदक उन्होंने अपने लिए नहीं देश के लिए हासिल किया है। इतना ही नहीं पेरिस ओङ्क्षलपिक-2024 में गोल्ड मेडल जीतकर सपना पूरा करने का प्रयास करेंगे।


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