भारत केसरी ने सिखाए नन्हे पहलवानों को कुश्ती के गुर
संवाद सहयोगी, इसराना : बुआना लाखू गांव में फैला उजियारा फाउंडेशन के तत्वावधान में चलाए जा रहे अखाड़ा
संवाद सहयोगी, इसराना : बुआना लाखू गांव में फैला उजियारा फाउंडेशन के तत्वावधान में चलाए जा रहे अखाड़ा में हिंद केसरी पहलवान सतेंद्र डागर का पहुंचने पर अखाड़ा पहलवानों का स्वागत किया। डागर ने नन्हे पहलवानों को कुश्ती के गुर सिखाते हुए कहा कि यह दिमाग व ताकत के साथ-साथ फुर्ती से खेलने का खेल है। कुश्ती में अच्छा अभ्यास मायने रखता है। जो पहलवान अलग-अलग जगहों पर जाकर प्रशिक्षण लेते है, उन्हे यह सोचना चाहिए की दाव तो हर स्थान पर एक जैसे हैं, जरूरत है तो केवल उनको अमल में लाने की। जो पहलवान नियमित रूप से अभ्यास करते है वे बड़ी से बड़ी प्रतियोगिता में बाजी मार जाते है।
प्रशिक्षण शिविर में फाउडेशन की अध्यक्षा रजीता कौशिक ने महिला खिलाडि़यों को कुश्ती में आगे आकर बढ़ चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में कुश्ती में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली महिला पहलवानों को बधाई दी। कुश्ती कोच नरेद्र मलिक ने कहा कि जो खिलाड़ी मेहनत को अपने आभूषण मानते है वे सफलता की बुलंदियों को छूते हैं। फाउडेशन की तरफ से भारत केसरी सतेंद्र डागर को स्मृति चिह्न भेंट किया गया।
इस मौके पर महिपाल माडी, योगेंद्र माडी, पवन माडी, कपिल परढाणा, विक्रम माडी, सरपंच पति मास्टर सुरेश कुमार, दलवीर पहलवाल, अजमेर मलिक,ठ्ठह्वद्यद्य, अनिल, सुमित शामड़ी, शमसेर व अरुण कोच मौजूद रहे।