दुष्यंत का पहला 'दरबार', मंच पर ढांडा के साथ जजपा के देवेंद्र Panipat News
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला लघु सचिवालय में जिला कष्ट निवारण समिति की पहली बैठक लेने पहुंचे। कार्यकर्ताओं से लेकर बैठक तक का माहौल बदला-बदला नजर आया।
पानीपत, जेएनएन। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बृहस्पतिवार को लघु सचिवालय में जिला कष्ट निवारण समिति की पहली बैठक लेने पहुंचे। कार्यकर्ताओं से लेकर बैठक तक का माहौल बदला-बदला नजर आया। इस बार अधिकारियों के चेहरों पर भी राहत दिखी। विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे पर शब्दबाण चलाने वाले ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा और जजपा प्रत्याशी रहे देवेंद्र सिंह कादियान मंच पर साथ बैठे।
भाजपा की अपेक्षा जजपा कार्यकर्ताओं की संख्या अधिक रही। कई कार्यकर्ता बैठक के बीच में ही ट्रांसफर के नोट लेकर पहुंच गए। उप मुख्यमंत्री को उन्हें टोकना पड़ा। दुष्यंत ने 54 मिनट चले दरबार में 10 में से पांच शिकायतों का मौके पर ही निपटारा किया। वे इससे पहले रेस्ट हाउस में पहुंचे। यहां शहरी विधायक प्रमोद विज व ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा ने उनका स्वागत किया। पुलिस के जवानों ने उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया। -
पांच शिकायतें पुलिस के खिलाफ, दो को खिलाए बिस्किट
उप मुख्यमंत्री की बैठक का समय शाम 4 बजे निर्धारित था। वे 4:19 बजे पहुंच गए। तीन मिनट बाद 4:22 बजे बैठक शुरू हुई। 10 शिकायतें पटल पर रखीं। ढोडपुर के संदीप कुमार की शिकायत हाई कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण हटा दिया गया। उग्राखेड़ी के संदीप मलिक की शिकायत पिछली बैठक की लंबित थी। शिकायतकर्ता बैठक में नहीं पहुंचा। विद्यानंद कॉलोनी की एक महिला ने उसकी बेटी के साथ अपहरण और दुराचार मामले में कार्रवाई करने की मांग की। उसका आरोप है कि दस महीने में पुलिस कुछ नहीं कर पाई है। डीएसपी मुख्यालय ने बताया कि सीआइए को जांच सौंपी गई है। दुष्यंत चौटाला ने इसमें महिला डीएसपी की अध्यक्षता में एसआइटी गठित कर जांच कराने के आदेश दिए। महिला की धमकी देने के आरोपों की भी जांच कमेटी करेगी। बुआना लाखू के नाहर की कोठड़ा तोड़ने और सामान चोरी कर ले जाने के मामले में सुनवाई करते हुए पूरी जमीन पर धारा 145 लगाकर डीआरओ की कोर्ट के फैसले अनुसार कब्जा दिलवाने के आदेश दिए। इस स्थिति में दोनों में से कोई भी पक्ष फसल नहीं काट सकेगा। दुष्यंत ने शिकायतकर्ता से फैसले के बारे में पूछा तो उसने मायूसी दिखाई। उन्होंने जाते समय अपनी प्लेट आगे बढ़ाकर बिस्किट खिलाया। मतलौडा अनाज मंडी के आढ़ती राजकुमार की शिकायत चार नंबर पर रखी। उसने एक राइस मिल मालिक पर 2014 से 16 के बीच लाखों की धान खरीद कर पेमेंट न करने का आरोप लगाया। आरोप है कि ब्याज समेत 1.32 करोड़ रुपये की लेनदारी है। दुष्यंत ने दोनों पार्टियों को आमने-सामने बैठा कर फैसला कराने के आदेश दिए। दुष्यंत बोले- बिजली निगम की रिश्वत भी वाइट में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बिजली निगम का काम अलग है। इनकी रिश्वत भी वाइट मनी यानी एक नंबर में होती है। पहले आओ-पहले पाओ स्कीम में एक लाख रुपये एडवांस जमा कराते हैं। उन्होंने ये बात वजीरपुर टिटाना के अशोक की शिकायत पर कही। अशोक का आरोप है कि समालखा खंड डार्क जोन में है। अधिकारियों ने रोक के बाद कई कनेक्शन जारी कर दिए। यहां पहले आओ-पहले पाओ नहीं पैसे खिलाओ काम कराओ पर होता है। एसडीएम समालखा साहिल गुप्ता व निगम अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में भी गलत तरीके से कनेक्शन देने की बात मानी। उन्होंने एसडीएम को दोबारा जांच करने आदेश दिए। शिकायतकर्ता ने ग्राम पंचायत सरपंच की बिना बोली पेड़ कटवाने के आरोप लगाए। दुष्यंत ने उन्हें भी बिस्किट खिलाकर भेज दिया। प्रदूषण की शिकायत पर अपने डीआइसी के जीएम को घेरा गोशाला के प्रवीण कुमार की शिकायत है कि कृष्णा देवी ने अपना गोदाम किराये पर दे रखा है। उसने तिरपाल सिलाई करने वाले व्यक्ति को किराये पर दे रखा है। यह रिहायशी क्षेत्र में चल रहा है। इसके शोर से घर में रह पाना मुश्किल हो गया है। दुष्यंत चौटाला ने जिला उद्योग केंद्र के जीएम को तलब कर लिया। उन्होंने कहा कि रिहायशी क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां चलना ¨चता का विषय है। दिल्ली की घटना से सबक ले फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की जाए। जीएम आरके राणा ने बताया कि चार टीम गठित की हैं। शिकायतों की संख्या बढ़ाना जरूरी दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कष्ट निवारण समिति जिले का सबसे सम्मानित सदन है। यहां जिले की जटिल समस्याओं का समाधान किया जाता है। उन्होंने अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए। समालखा विधायक धर्म ¨सह नहीं पहुंचे शहरी विधायक प्रमोद विज, ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा, इसराना विधायक बलबीर वाल्मीकि, जिला परिषद की चेयरपर्सन आशु शेरा, डीसी सुमेधा कटारिया, एसपी सुमित कुमार, एडीसी प्रीति समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। समालखा के विधायक धर्म सिंह छौक्कर नहीं पहुंचे।