धुंध में कार को बचाने के प्रयास में ट्राला नहर में गिरा
कच्ची सीमेंट (क्लींकर) से भरा ट्राला दिल्ली पैरलल नहर में पलट गया। हादसे में अंदर सो रहे क्लीनर की मौत हो गई राहगीर ने गोताखोर की मदद से चालक को बचा लिया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : बिझौल में सिचाई विभाग के कार्यालय के पास रविवार सुबह धुंध में ट्रैक्टर-ट्राली को ओवरटेक कर सामने आई कार को बचाने के प्रयास में कच्ची सीमेंट (क्लींकर) से भरा ट्राला दिल्ली पैरलल नहर में पलट गया। हादसे में अंदर सो रहे क्लीनर की मौत हो गई, राहगीर ने गोताखोर की मदद से चालक को बचा लिया। ट्राले का आगे का शीशा तोड़कर क्लीनर के शव को बाहर निकाला। क्लीनर का विवाह हो चुका था। पत्नी को अप्रैल में ससुराल आना था। घटना की वजह से एक घंटे तक रास्ता बाधित रहा। बड़े वाहन जाम में फंसे रहे। घटना सुबह करीब पौने नौ बजे की है।
राजस्थान के जिला पाली के खेड़ा सुमैल गांव के छोटू (24) ने बताया कि वह राजस्थान के बयावर के पास के रास गांव से शनिवार से क्लींकर से भरे तनुश्री सीमेंट कंपनी के ट्राले को लेकर चला था। ट्राला पानीपत के खुखराना के पास श्रीराम सीमेंट प्लांट में लेकर जाना था। ट्राले में साथ की सीट पर क्लीनर व ताऊ का बेटा भगवान (20) सो रहा था। सुबह धुंध ज्यादा थी। सिचाई विभाग के कार्यालय के पास ट्रैक्टर-ट्राली के पास से तेज गति से कार ने ओवरटेक किया। कार में कई महिलाएं भी बैठी थी। कार को बचाने के प्रयास में उसने ट्राले को नहर की तरफ मोड़ दिया। अनियंत्रित ट्राला नहर में गिरा। खिड़की खोली तो पानी में बह गया।
सूचना मिलते ही मौके पर ओल्ड इंडस्ट्रियल माडल टाउन थाना प्रभारी कमलजीत और आठ मरला चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार पुलिस बल सहित पहुंचे। चार क्रेनों की मदद से ट्राले को नहर से बाहर निकलवाया। महराणा गांव के गोताखोर रवि ने लोह की रॉड से 10 मिनट तक जूझकर ट्राले के शीशे तोड़े और अंदर फंसे भगवान के शव को 11:38 बजे बाहर निकाला। इस दौरान शीशे से रवि घायल भी हो गया। छोटू कह रहा था कि भाई जगता तो शायद उसकी जान बच जाती। दोपहर करीब 12.15 बजे वाहनों की आवाजाही शुरू हुई।
छह साल पहले हुई थी शादी, पत्नी के आने का कर रहा था इंतजार
छोटू ने बताया कि वह छह साल से ट्रक चला रहा है। भगवान एक साल से उसके पास क्लीनर था। भगवान की बड़ी बहन सुनीता और छोटा भाई देवेंद्र है। देवेंद्र भी ट्रक चलाता है। पिता लूम सिंह किसान है। छह साल पहले भगवान का रोका हो चुका है। नाबालिग होने के कारण पत्नी मायके थी। अप्रैल में पत्नी ससुराल आने वाली थी।
वाहनों को डायवर्ट किया, जाम में जूझते रहे वाहन चालक
हादसे के बाद पुलिस ने एनएफएल नाके के पास बैरिकेड लगा दिए गए। रोहतक की ओर से आने वाले वाहनों को डाहर के पास से सिवाह से भेजा गया। नाके से लेकर गोहाना मोड़ तक जाम लगा रहा था। इसी तरह से रिफाइनरी बाईपास पर जाटल रोड तक जाम लगा रहा। जाम में फंसे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
रेलिग न होने से होते हैं हादसे
नहर में वाहन गिरने से ढाई महीने में छह लोगों की मौत हो चुकी है। नहर पर रेलिग नहीं है। इसी वजह से भी ज्यादा होते हैं। इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है।
-31 दिसंबर की रात को कश्यप कॉलोनी जाटल रोड पर विशाल और साढू सुरेश की बाइक को अज्ञात ने टक्कर मार दी। दोनों बाइक सहित नहर में गिरे और मौत हो गई।
-27 जनवरी 2021 को नारायणा गांव के पास एक कार नहर में गिर गई। कार में सवार विकास नगर के जतिन और टीडीआइ के नीरज की डूबने से मौत हो गई।