आपके काम की खबर, किस्त भरने के लिए क्यूआर कोड भेजा, एक लाख रुपये की हो गई ठगी
पानीपत में ऑनलाइन ठगी। रिकवरी एजेंट बनकर भेजा क्यूआर कोड। किस्त भरवाने के बहाने ठगे एक लाख। इस तरह के झांसे में न आएं आप। पढि़ए जागरण की ये खबर।
पानीपत, जेएनएन। अगर आपने कोई सामान नकद न लेकर किस्त राशि पर लिया है तो यह खबर आपके काम की है। इन दिनों ऑनलाइन ठगी इतनी बढ़ गई हैं कि अब किस्त भरने वालों तक फंसाया जा रहा है। आपके पास कोई एजेंट अगर ये कहे कि वह क्यूआर कोड भेज रहा है, इसे स्कैन करके किस्त भर दें तो सावधान जाएं, क्योंकि आप लाखों रुपये गंवा सकते हैं। ऐसा ही एक मामला पानीपत के गांव मांडी निवासी युवक के साथ हुआ है।
मांडी गांव के जगजीत सिंह ने किस्तों पर इको गाड़ी खरीदी थी। उनके पास रिकवरी एजेंट ने फोन किया। कहा कि उनकी गाड़ी की किस्त नहीं भरी गई। अगर जुर्माने से बचना है तो वह एक क्यूआर कोड देंगे। इसे स्कैन कर लेना। आपकी किस्त कट जाएगी। जुर्माना भी नहीं लगेगा। आगे भी फायदा होगा। इस झांसे में आकर ठगी हो गई।
जगजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने महिंद्रा फाइनेंस कंपनी से गाड़ी लोन करा रखी है। उनके पास एक अंजान नंबर से कॉल आई। रिकवरी एजेट बनकर ठग ने उन्हें लॉकडाउन अवधि में रूकी आठ हजार रुपये की किस्त भरने की बात कही।
ठग ने वाट्सएप पर क्यूआर कोड भेजकर फोन पे से किस्त लोन एकाउंट में ट्रांसफर करने का झांसा दिया। ठग के झांसे में आकर उन्होंने कोड स्कैन किया तो एसबीआइ इसराना वाले खाते से ट्रांजेक्शन मैसेज आने लगे। ठग ने चार बार में एक लाख रुपये खाते से ट्रांसफर कर लिए। जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपित ठग की तलाश की जा रही है।
क्या करना चाहिए
इस तरह से ठग की बातों में न आएं। अगर आपकी कोई किस्त रह जाती है तो सीधे बैंक या फाइनेंस कंपनी में जाएं। अपने लोन का नंबर बताकर रुपये जमा कराने के बाद रसीद भी लें। ऑनलाइन भरते समय भी ध्यान रखें कि बैंक या कंपनी में ही पेमेंट हो।