नेताओं की पनाह और अधिकारियों की मिलीभगत पर शहर में पनप रही अवैध कॉलोनी
शहर में अवैध कॉलोनी लगातार पनपती जा रही हैं। कॉलोनाइजर नेताओं की पनाह में अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर खुलकर कॉलोनी काट रहे हैं। गोहाना रोड पर एक फैक्ट्री में कॉलोनी काटने के बाद अब रेलवे रोड की एक फैक्ट्री में कॉमर्शियल साइट बनाने की तैयारी चल रही है। आरोप है कि नगर निगम अधिकारी शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। शहर के बाहरी हिस्से में करीब एक दर्जन नई कॉलोनी काटी जा रही हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर में अवैध कॉलोनी लगातार पनपती जा रही हैं। कॉलोनाइजर नेताओं की पनाह में अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर खुलकर कॉलोनी काट रहे हैं। गोहाना रोड पर एक फैक्ट्री में कॉलोनी काटने के बाद अब रेलवे रोड की एक फैक्ट्री में कॉमर्शियल साइट बनाने की तैयारी चल रही है। आरोप है कि नगर निगम अधिकारी शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। शहर के बाहरी हिस्से में करीब एक दर्जन नई कॉलोनी काटी जा रही हैं।
रेलवे रोड स्थित एक वूलन मिल को गत कई दिनों से तोड़ा जा रहा है। आरोप है कि फैक्ट्री को बंद कर मालिक कॉमर्शियल प्रयोग के लिए मार्केट काट रहे हैं। शहर के एक बड़े नेता का फैक्ट्री मालिकों को सहारा है। मेयर अवनीत कौर ने शुक्रवार को कमिश्नर ओमप्रकाश के सामने इस बात को उठाया था।
आरोप है कि निगम के एमई अजीत गर्ग ने मौका मुआयना कर किसी तरह की प्लॉटिग न करने की रिपोर्ट दी। एमई अजीत गर्ग ने बताया कि उन पर फैक्ट्री मालिक के साथ मिलीभगत के आरोप निराधार हैं। फैक्ट्री मालिक इसको तुड़वा रहे हैं। इसमें भी एक से दो महीने का समय लगेगा। मौके पर किसी तरह की प्लॉटिग नहीं की जा रही।
शिकायत के बाद कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति
नगर निगम और डीटीपी अवैध निर्माणों की शिकायतों पर कार्रवाई करने की बजाय एक दूसरे पर डालने का प्रयास करता है। इन सबके चलते अवैध कॉलोनियों की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है। निगम का अमला गत सप्ताह जाटल रोड नहर बाईपास पर देशवाल पेट्रोल पंप के साथ अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई करने पहुंचा। निगम अधिकारी यहां खानापूर्ति कर लौट आए। भाजपा के एक नेता भी कार्रवाई रुकवाने मौके पर पहुंच गए थे।
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अवैध निर्माण की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। रेलवे रोड पर कॉमर्शियल साइट बनाने की कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
रमेश कुमार, एसई, नगर निगम।