हमारी जिंदगी से जुड़ा है ये आदेश, आटे, दूध में अब गड़बड़ करना महंगा पड़ेगा
खाद्य पदार्थों में पोषक तत्व नहीं मिलने पर पांच लाख रुपये जुर्माना होगा। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ने नोटिफिकेशन जारी किया है। पूरे देश में पहली जनवरी 2019 से लागू हो जाएंगे नए नियम।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नए साल के पहले ही दिन से दूध, आटा, तेल, चावल आदि खाद्य पदार्थ बेचने वालों को सामान में पोषक तत्व की मात्रा का भी ध्यान रखना होगा। निर्धारित मात्रा से कम पोषक तत्व मिले तो पांच लाख जुर्माना भी हो सकता है। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआइ) ने गाइडलाइन जारी की हैं। आटा, चावल, खाद्य ऑयल, नमक, दूध और मैदा में अब पोषक तत्वों का मिश्रण अनिवार्य कर दिया गया है। पैक्ड सामान पर यह गाइडलाइन लागू होगी, जो 1 जनवरी 2019 से पूरे देश में लागू हो जाएंगे। यह निर्णय कुपोषण की दर को कम करने के उद्देश्य से लिया है।
इसलिए लिया निर्णय
दरअसल, देश में कुपोषण की दर हर साल बढ़ रही है। हरियाणा भी इससे अछूता नहीं है। पहले बच्चों में कुपोषण ज्यादा मिलता था,लेकिन अब हर आयु वर्ग में यह स्थिति देखने को मिल रही है। इस स्थिति से निपटने के लिए एफएसएसएआइ ने यह निर्णय लिया है।
जानिये, किस खाद्य पदार्थ में क्या मिलाना होगा
नमक में आयोडीन के साथ आयरन कंटेंट मिलाना अनिवार्य कर दिया है। तेल और दूध में विटामिन ए-डी, आटा, मैदा और चावल में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी मिलाना होगा। सूची में फिलहाल छह खाद्य पदार्थों को लिया गया है, भविष्य में इसमें कई और खाद्य पदार्थों को शामिल करने की योजना है।
पैक्ड आइटम पर लागू होंगे आदेश
पानीपत के खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्यामलाल ने गाइडलाइन की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड रेगुलेशन-2016 के तहत यह नोटिफिकेशन जारी हुआ है। पैक्ड आइटम में पोषक तत्व नहीं मिलने पर पर निर्माता पर पांच लाख रुपये तक का जुर्माना भी किया जा सकता है।
पोषक तत्व न मिलने पर होती ये दिक्कतें
- -शारीरिक विकास कम होना।
- -वजन कम होना और भूख कम लगना।
- -सिर के बाल उडऩा।
- -हड्डियों से जुड़े रोग।
- -आंखों की रोशनी कम होना।
- -रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना।
जानिये क्या हैं पोषक तत्व
शरीर के पोषण के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। एक संतुलित आहार से ही इनकी जरूरत होती है। विभिन्न विटामिनों और खनिजों के रूप में इनकी प्राप्ति होती है। इनकी कमी होने से आप कई बीमारियों की चपेट में भी आ सकते हैं। कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, खनिज, जल ऐसे कई पोषक तत्व हैं जिनकी शरीर को सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है।
क्या है कुपोषण
खाद्य पदार्थों का जरूरत से कम और अधिक उपयोग शरीर के लिए हानिकारक होता है। जब शारीरिक और मानसिक विकास असामान्य हो और व्यक्ित खुद को अस्वस्थ महसूस करे या भीतर से अस्वस्थ हो, तब स्पष्ट है कि उसे अपनी आवश्यकता के अनुरूप पोषक तत्व नहीं मिल रहे है। ऐसी स्थिति कुपोषण कहलाती है।