आपके काम की खबर, गर्दन घुमाई तो पकड़े जाएंगे, वेब कैम के सामने बैठ होगी परीक्षा
वर्चुअल फ्लाइंग रखेगी मुन्ना भाइयों पर नजर। 10 सितंबर से शुरू होंगी स्नातक-परस्नातक की अंतिम वर्ष की ऑनलाइन परीक्षा। परीक्षार्थियों को वेब केम के सामने देनी होगी परीक्षा
पानीपत, जेएनएन। नकल रोकने के लिए अब नए नए प्रयास किए जा रहे हैं। कोविड-19 के कारण इस बार स्नातक और परस्नातक के अंतिम वर्ष की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। परीक्षार्थी अपने घर से परीक्षा देंगे। ऐसे में नकल की आशंका प्रबल है। नकल को रोकने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने महाविद्यालयों को वर्चुअल फ़्लाइंग के गठन के आदेश दिए हैं। वर्चुअल फ्लाइंग वेब कैम के माध्यम से नकल पर नजर रखेगी। यानी गर्दन घुमाई तो कैमरा आपको देख लेगा। इसलिए सावधान ही रहें।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के स्नातक और परस्नातक की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 10 सितंबर से शुरू हो रही है। कोरोना काल में पहली बार परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित होंगी। परीक्षार्थी घर और साइबर कैफों से परीक्षा देंगे। ऑनलाइन परीक्षा में परीक्षार्थियों को 50 फीसद प्रश्न ही हल करने हैं। इसके लिए उन्हें तीन घंटे का समय दिया जाएगा। ऑनलाइन परीक्षा के दौरान वेब कैम की अनिवार्यता रखी गई है। परीक्षा घर से देने के कारण इस बार नकल होने की अधिक संभावना है। परीक्षा में नकल रोकने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने प्रत्येक महाविद्यालय को अपनी-अपनी वर्चुअल फ्लाइंग के गठन के आदेश दिए हैं। फ्लाइंग वेब कैम के माध्यम से रेंडमली परीक्षार्थियों पर नजर रखेगी। नकल करते पकड़े जाने पर ऑफलाइन परीक्षा के समान की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
वेब कैम की अनिवार्यता
ऑनलाइन परीक्षा के दौरान वेब कैम की अनिवार्यता ने परीक्षार्थियों को परेशानी में डाल दिया है। अभी तक परीक्षार्थियों को केवल ई-मेल से प्रश्न-पत्र डाउनलोड करने और फिर उत्तर-पुस्तिकाओं को अपलोड करने के निर्देश थे। परीक्षार्थी प्रश्न-पत्र लेने के बाद आसानी से परीक्षा लिख सकते थे, लेकिन अब परीक्षार्थियों को पूरी परीक्षा के दौरान कैमरे के सामने ही बैठना पड़ेगा। जहां, अनेक विद्यार्थियों के पास कंप्यूटर-लैपटॉप नहीं है, वहीं ऐसे भी अनेक विद्यार्थी हैं, जिनके पास वेब कैम युक्त कंप्यूटर-लैपटॉप नहीं है।