तीन बच्चों और पत्नी को ढूंढ रहा था पति, एक बच्चा ही मिला जिंदा, मची चीख पुकार
गांव मुनरहेड़ी की रहने वाली थी महिला पति ने पत्नी व बच्चों की तलाश में थाने में भी दी थी दस्तक। मंगलवार-बुधवार की देर रात को रेल लाइनों के पास मिला था महिला व दो बच्चों का शव
अंबाला, जेएनएन। मंगलवार-बुधवार की देर रात रेल लाइनों के पास महिला व दो बच्चों के शव व एक बच्चे के घायल होने का मामला सुलझ गया है। बृहस्पतिवार को जीआरपी थाने में महिला का पति पहुंचा, जिसने शवों की शिनाख्त की। हैरानी की बात है कि लापता पत्नी व तीन बच्चों की तलाश में महिला का पति अशोक महेश नगर थाने में कई बार गया, लेकिन उसे मायूसी ही मिली। जीआरपी ने आगामी कार्रवाई शुरू की है। मृतक महिला की पहचान बबीता के रूप में हुई है जबकि मृतक बच्चों के नाम लक्ष्मी व गंगा हैं। हादसे में दर्शन घायल है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार-बुधवार की रात को बबीता, लक्ष्मी, गंगा व दर्शन रेल लाइन किनारे घायल हालत में मिले थे। सूचना पाकर जीआरपी मौके पर पहुंची और सभी को कैंट नागरिक अस्पताल पहुंचाया। यहां पर बबीता, लक्ष्मी व गंगा को मृत घोषित कर दिया, जबकि दर्शन गंभीर रूप से घायल था। उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया था, जहां उसका उपचार किया जा रहा है। बृहस्पतिवार को मृतक महिला का पति अशोक कुमार निवासी मुनरहेड़ी ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार के कटिहार का रहने वाला है। वह बारह साल से अंबाला में रहकर मजदूरी करता है।
मंगलवार को वह अपने काम पर चला गया, जबकि वापस लौटा तो देखा कि उसकी पत्नी व बच्चे घर पर नहीं हैं। वह उसे ढूंढने लगा, जबकि पत्नी व बच्चों के लापता होने को लेकर महेश नगर थाने में भी गया, लेकिन कुछ राहत नहीं मिली। अब सूचना मिली, जिसके बाद वह जीआरपी पहुंचा, जिसके बाद शवों की शिनाख्त की। एक बच्चा दर्शन घायल है, जिसका उपचार पीजीआइ में चल रहा है। पत्नी घर से बच्चों को लेकर क्यों गई, इसका पता नहीं चल पाया है। जीआरपी जांच अधिकारी ओम प्रकाश का कहना है कि महिला मानसिक रूप से परेशान थी, जिसके चलते यह कदम उठाया है।