पानीपत में गली बनी तो घर ऊंचा उठाने लगे, खुदाई में मिला कंकाल, कहीं वो लापता बेटा तो नहीं
हरियाणा के पानीपत के विकास नगर का मामला। डेढ़ वर्ष पहले लापता हो गया था घर का मालिक। घर में चिनाई लगी तो भतीजे ने चलाई कस्सी। शौचालय के पास मिली खोपड़ी। स्वजनों को आशंका हत्या की गई। डीएनए जांच से सच सामने आएगा।
पानीपत, जेएनएन। गली का निर्माण हुआ तो घर का लेवल नीचा हो गया। घर में पानी न घुसे, इस वजह से परिवार ने घर को ऊंचा उठाने के लिए चिनाई लगवा दी। खोदाई के दौरान ही एक खोपड़ी मिलने से सनसनी मच गई। शुक्रवार शाम को पूरी खोदाई हुई तो आधा नरकंकाल मिला है। स्वजनों को शक है कि कहीं ये उनके लापता हुए बेटे का कंकाल तो नहीं है।
सूचना मिलते ही आनन फानन पुलिस मौके पर पहुंची। अब डीएनए जांच से ही पता चलेगा कि ये कंकाल किसका था। इसी घर का मालिक डेढ़ वर्ष पहले लापता हो गया था। मामला पानीपत के विकास नगर का है।
विकास नगर में 50 गज के मकान में 31 वर्ष का हरबीर रहता था। सात भाई बहनों में दूसरे नंबर का हरबीर पहले संयुक्त परिवार में नांगलखेड़ी में रहता था। 12 वर्ष पहले गीता से शादी हुई थी। उसके तीन बच्चे कन्नू, मीनाक्षी और रितिक हैं। डेढ़ वर्ष पहले वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर गुमशुदगी का केस दर्ज कर लिया। इसके बाद से उसका कुछ अता-पता नहीं था।
भतीजे के हाथ आई खोपड़ी
गली का निर्माण हो गया था। इस वजह से घर नीचे हो गया। गीता ने घर पर चिनाई लगवा दी, घर को आगे से ऊंचा करवाया जा रहा था। हरबीर का भतीजा विशेष भी वहां मदद करने आ गया। विशेष ने कस्सी लेकर शौचालय के पास खोदाई की तो अचानक खोपड़ी बाहर आ गई। विशेष का कहना है कि चाची गीता ने खोपड़ी को पास ही दबवा दिया। उसने घर जाकर पिता हरिओम को सब बात बता दी।
हरबीर का फाइल फोटो।
जबरन कराई खोदाई
हरबीर के भाई हरिओम को जब सब पता चला तो वह लोगों के साथ गांव में पहुंचे। यहां उन्होंने जब खोपड़ी के बारे में पूछा तो सही जवाब नहीं मिला। उन्होंने कस्सी उठाकर खोदाई करनी चाही तो उनको मना किया गया। उन्होंने जबरन शौचालय के पास खोदाई शुरू कर दी। आधा नरकंकाल बाहर आ गया। हरिओम का कहना है कि यह उनके भाई हरबीर का कंकाल है। उसकी हत्या की गई है। डीएनए जांच से सच सामने आ जाएगा।