होटलों में अर्से बाद लौटी रौनक, इस तरह से कारोबार को लगे पंख
सैनिटाइज स्टे के मंत्र से होटलों में अर्से बाद रौनक लौट देखने को मिल रही है। कोरोना संकट से उबरने के लिए संचालक नए सिरे से तैयारियां कर रहे।
पानीपत/करनाल, [पवन शर्मा]। कोरोना संकट ने पूरे देश के होटल कारोबार को भारी क्षति पहुंचाई। सबसे ज्यादा कठिनाई 200 से ज्यादा पांच सितारा होटलों को संभालने में पेश आई क्योंकि इनके रूटीन खर्च निकालने में बड़ी पूंजी की जरूरत थी। हालात इतने गंभीर हो गए कि किसी ने जमीन बेची तो किसी ने कर्जा लेकर मुश्किल वक्त निकाला। अनलॉक शुरू हुआ तो गाड़ी पटरी पर लौटी। मगर देवशयनी एकादशी के बाद शादियों और अन्य मांगलिक कार्यक्रमों का दौर थम गया है। इससे होटल कारोबारियों में बेचैनी का आलम है। लिहाजा हरियाणा होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कर्नल मनबीर चौधरी ने सैनिटाइज स्टे का नया मंत्र दिया है, जिसे अपनाकर होटल कारोबारी स्वच्छ एवं सुरक्षित माहौल में विविध गतिविधियों के जरिए ग्राहकों को लुभाएंगे।
फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन आफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष मनबीर चौधरी ने जागरण को बताया कि अनलॉक होने पर आठ जून को होटल कारोबार शुरू हुआ तो संचालकों ने राहत की सांस ली। महीनों से घर बैठे ऊबते ग्राहकों को होटल, रेस्टोरेंट आकर ताजगी का एहसास हुआ। हाल तक चले शादियों के सिलसिले से भी होटलों की रौनक लौटी। अब देवशयनी एकादशी से शादियां थम चुकी हैं मगर होटल संचालक फेस्टिव सीजन की तैयारियों में जुटे हैं। कोरोना काल का सबक है कि हर कारोबारी को इतने बड़े संकट से उबरने के लिए अपने पास पर्याप्त पूंजी या अन्य स्रोत रखने होंगे। होटलों को पर्यटन केंद्रित बनाते हुए आकर्षक स्वरूप देना चाहिए। इसमें सरकार भी साथ दे। एयरलाइंस का दायरा बढ़ाने की जरूरत है।
खास योजना पर अमल
सैनिटाइज स्टे का मंत्र ऐसे माहौल में होटल कारोबार को गति दे सकता है। इसके लिए करनाल के पंचसितारा होटल नूर महल और होटल ज्वेल्स में बहुस्तरीय संक्रमण सुरक्षा योजना लागू की गई है ताकि ग्राहकों का भरोसा न टूटे। होटल के बाहर थर्मल स्कैनिंग और अंदर एंट्री पर बैग सैनिटाइज होते हैं। शारीरिक दूरी पर फोकस है। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है। लिफ्ट के बटन व डोर लॉक नियमित सैनिटाइज किए जाते हैं। स्टाफ को विशेष ट्रेनिंग दी गई है।
फेस्टिव सीजन पर निगाहें
कर्नल मनबीर कहते हैं कि होटल संचालकों को नए ढंग से सोचना होगा। कारोबार बढ़ाने की रणनीति बनानी होगी। स्वच्छता पर बहुत काम करना होगा। ह्यूमन टच न्यूनतम हो। ग्राहक टैरिफ प्लान में विविधता चाहते हैं। घरेलू पर्यटकों को लुभाने के ठोस प्रयास करने होंगे। अभी वेकेशन होम पर फोकस है। ऐसे में हमें अपडेट रहना होगा ताकि ग्राहकों को होटल में भी घर जैसा एहसास हो। माहौल बदलेगा लेकिन जरूरी है कि होटल खुले रहें। फेस्टिव सीजन से हालात बेहतर होने लगेंगे।